बदरुद्दीन अजमल को CM बनते नहीं देख सकते
हेमंत बिस्वा शर्मा ने कहा, "हम ऐसा दिन नहीं देख सकते हैं कि जब बदरुद्दीन अजमल इस राज्य के मुख्यमंत्री बन जाएं, हम वैसा दिन नहीं देख सकते हैं. हम इसकी इजाजत नहीं दे सकते हैं कि बंगाल और असम पर आर्थिक घुसपैठियों का कब्जा हो जाए." हेमंत बिस्वा शर्मा ने कहा कि अगर हालात ऐसे ही रहें तो आज से 10 साल बाद बदरुद्दीन अजमल, या उनका बेटा या फिर उनका पोता इस राज्य का मुख्यमंत्री बन जाएगा.
CAB और NRC असम के लिए कोम्बो पैकेज
असम सरकार के कद्दावर मंत्री हेमंत विस्वा शर्मा ने कहा कि CAB और NRC दोनों अलग चीज हैं, लेकिन असम के लिए ये एक कोम्बो पैकेज है. उन्होंने कहा कि एनआरसी के जरिए असम में 13 लाख आर्थिक घुसपैठियों की पहचान हुई है. बंगाल की चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि अगर सिटीजनशिप बिल के बाद बंगाल में एनआरसी नहीं लागू किया गया तो जिस मुसीबत का सामना आज हम असम में कर रहे हैं वैसी ही हालत 10 साल बाद बंगाल में पैदा हो जाएगी.
बंगाली हिन्दुओं को नागरिकता देना जिम्मेदारी
हेमंत बिस्वा शर्मा ने कहा CAB की पुरजोर पैरवी करते हुए कहा कि ये भारत की जिम्मेदारी है कि वो बंगाली हिन्दुओं को नागरिकता दे. कार्यक्रम के दौरान जब उनसे पूछा गया कि क्या ऐसे लोगों को भारत में वोटिंग का भी अधिकार मिलेगा इस पर उन्होंने कहा कि वे इस देश में रिफ्यूजी नहीं रहेंगे, उन्हें पूरी नागरिकता दी जाएगी, ताकि वे भविष्य में भी पीएम भी बन सकेंगे. उन्होंने कहा कि बीजेपी सरकार चाहती है कि इसी सत्र में ये बिल पास हो जाए, और एक साल के अंदर नागरिकता देने की प्रक्रिया पूरी हो जाए. इसके बाद पूरे देश में एनआरसी की प्रक्रिया शुरू की जाएगी. हेमंत बिस्वा शर्मा ने कहा कि CAB के तहत सिर्फ उन्हीं लोगों को नागरिकता मिलेगी जो भारत-पाकिस्तान और बांग्लादेश में धार्मिक रूप से सताए गए हैं. इसके लिए उन्हें शपथपत्र दाखिल करना होगा और कई कानूनी प्रक्रियाओं से गुजरना पड़ेगा.