भारतीय जनता पार्टी पहले बंगाल में प्रभावी दल नहीं रही है, लेकिन पिछले कई साल से राज्य में लोगों ने असल परिवर्तन को देखा है. इस बीच पार्टी में कई चेहरे सामने आए हैं. अभी पूरे देश में नरेंद्र मोदी हमारे फेस हैं और बंगाल के अगले चुनाव में भी वही फेस होंगे. केंद्रीय मंत्री और बीजेपी नेता बाबुल सुप्रियो ने इंडिया टुडे कॉन्क्लेव ईस्ट को संबोधित करते हुए यह बात कही.
ममता बनाम विकास की होगी लड़ाई
कोलकाता के ओबेरॉय ग्रैंड होटल में 'इंडिया टुडे कॉन्क्लेव ईस्ट 2019' के दूसरे दिन आयोजित सत्र 'मिशन 2021: इस वेस्ट बंगाल रेडी फॉर अ सैफ्रन स्वीप?' को संबोधित करते हुए बाबुल सुप्रियो ने कहा कि अगला विधानसभा चुनाव ममता बनाम विकास के मसले पर होगा. बंगाल में डर का माहौल है, पुलिस प्रशासन के लिए काम कर रही है इसलिए हमारे लिए यह कठिन लड़ाई है.'
क्या सौरव गांगुली हो सकते हैं चेहरा
क्या आपको लगता है कि बंगाल में ममता से बेहतर मुकाबला सौरव गांगुली कर सकते हैं, इस सवाल पर सुप्रियो ने कहा, 'दादा यदि हमारी पार्टी में आते हैं तो उनका स्वागत करेंगे. कोई भी पार्टी में आता है तो हम उसका स्वागत करेंगे. जहां तक मेरी बात है मुझे बंगाल का सीएम नहीं बनना है, पार्टी मुझे जो भूमिका देगी मैं उसे निभाऊंगा.'
कोई बीमा कंपनी मेरी कार का बीमा नहीं करना चाहती
उन्होंने कहा कि कोई इंश्योरेंस कंपनी मेरे कार का बीमा नहीं करना चाहती, क्योंकि मेरा विंडस्क्रीन 7 बार तोड़ा गया है. राष्ट्रीय नागरिकता रजिस्टर (NRC) के बारे में सुप्रियो ने कहा, 'झूठ की कोई सीमा नहीं होती. कोई झूठ बोल दें कि आपको घर छोड़कर जाना पड़ेगा, तो लोग मान लेंगे. बीजेपी ने यह तय नहीं किया कि बांग्लादेश, पाकिस्तान और अफगानिस्तान हमारे पड़ोसी होंगे. यह बीजेपी ने नहीं तय किया है कि हमारे पड़ोसी देश मुस्लिम बहुल होंगे और वहां हिंदुओं, बौद्धों को प्रताड़ित किया जाएगा.'
आप NRC और CAB (नागरिकता संशोधन विधेयक) को हिंदू बनाम मुस्लिम में डिवाइड करने के कॉम्बो पैकेज के रूप में इस्तेमाल कर रहे हैं, इस सवाल पर बाबुल ने कहा, 'ममता बनर्जी ने 2005 कहा कि बंगाल में दो तरह के नागरिक बांग्लादेशी और भारतीय हैं. उन्होंने स्पीकर पर कागज फेंका और इस्तीफा दे दिया. उनकी मांग थी कि बांग्लादेशियों को बाहर किया जाए. तब अरुण जेटली ने कहा था कि ममता बनर्जी एनआरसी के द्वारा राजनीति कर रही है.'
बाबुल ने कहा, '1971 और 1978 में असम के स्थानीय नेताओं को आभास हुआ कि बड़ी संख्या में वहां मुस्लिम प्रवासियों की भरमार हो गई है. उन्होंने इसका मसला उठाया. इसके बाद असम गण परिषद और राजीव गांधी के बीच समझौता हुआ. लेकिन इसके बाद इस पर कुछ नहीं किया गया. बंगाल में सीएबी लागू होने के बाद लोग इसे पसंद करेंगे, कोई नहीं चाहता कि यहां घुसपैठिए रहें.'
महुआ मोइत्रा आपको कोर्ट में क्यों लेकर गईं इस सवाल पर बाबुल ने कहा, 'मुझ पर सिर्फ इसलिए मुकदमा किया गया कि मैंने महुआ के नाम का मजाक बनाया, इस मामले में मैं अभी भी जमानत पर हूं.'
पूजा पंडाल चलाने के लिए हफ्ता वसूलते हैं टीएमसी के लोग
टीएमसी का कहना है कि बीजेपी से धन में कोई मुकाबला नहीं कर सकता, इस सवाल पर बाबुल सुप्रियो ने कहा, 'हम यह स्वीकार करते हैं कि बीजेपी के पास पैसा है. सवाल यह है कि यह पैसा किस तरह से आया. पैसा कई तरह से जुटाया जाता है. चंदे से जुटाया जाता है. ममता बनर्जी के लोग तो पूजा पंडाल चलाने के लिए भी पैसा मांगते हैं और ऐसा उदाहरण है कि उन्होंने फोन कर कहा कि कल तक 12 लाख दो नहीं तो पूजा पंडाल नहीं लगाने देंगे.'