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प्रताड़ित हिंदू भारत आता है तो हम उसे शरण देंगे: कैलाश विजयवर्गीय

अगर कोई प्रताड़ित हिंदू भारत आता है तो हम उसे शरण देंगे. वहां का अल्पसंख्यक हिंदू है तो उसका स्वागत है. लेकिन बहुसंख्यक मुसलमान आता है तो दिक्कत होगी. ये बातें भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव और पश्चिम बंगाल के प्रभारी कैलाश विजयवर्गीय ने कोलकाता में आयोजित इंडिया टुडे कॉन्क्लेव ईस्ट 2019 में कहीं.

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इंडिया टुडे कॉनक्लेव ईस्ट में बोलते भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय.
इंडिया टुडे कॉनक्लेव ईस्ट में बोलते भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय.

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  • देश के खिलाफ किसी को बर्दाश्त नहीं करेंगे

  • लोग समझे- घुसपैठियों-शरणार्थियों में अंतर है

भारत विभाजन के बाद हिंदुओं की संख्या पाकिस्तान या बांग्लादेश में 5 फीसदी ही बची है. लेकिन हमारे यहां मुसलमानों की संख्या तीन गुनी ज्यादा हो गई है. मुसलमानों के तो कई देश हैं. वे कहीं भी रह सकते हैं. लेकिन हिंदुओं के कितने देश हैं. सिर्फ इकलौता भारत. अगर कोई प्रताड़ित हिंदू भारत आता है तो हम उसे शरण देंगे. वहां का अल्पसंख्यक हिंदू है तो उसका स्वागत है. लेकिन बहुसंख्यक मुसलमान आता है तो दिक्कत होगी. ये बातें भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव और पश्चिम बंगाल के प्रभारी कैलाश विजयवर्गीय ने कोलकाता में आयोजित इंडिया टुडे कॉन्क्लेव ईस्ट 2019 में कहीं.

कैलाश विजयवर्गीय 'बैटल फॉर बंगाल: राम vs दुर्गा' विषय पर पूर्व सासंद मोहम्मद सलीम के साथ चर्चा कर रहे थे. एनआरसी और सिटीजनशिप अमेंडमेंट बिल को लेकर कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि हमने कभी मुस्लिमों को अलग नहीं समझा. उन्हें देश का हिस्सा समझा. पाकिस्तान, अफगानिस्तान और बांग्लादेश का बहुसंख्यक अगर भारत अवैध तरीके से आता है तो वह घुसपैठिया होगा लेकिन वहीं अगर इन देशों से प्रताड़ित हिंदू भारत आता है तो उसे हम शरण देंगे. घुसपैठिया और शरणार्थी में ये अंतर है.

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घुसपैठ पर रोक लगाने के लिए जरूरी है सीएबी-एनआरसी

कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि हम प. बंगाल में अबी तीन बाइपोल हारे हैं. क्योंकि सेंट्रल फोर्स नहीं थी. वहां बूथों पर कब्जा किया गया. सत्ताधारी पार्टी के गुंडों ने हमला किया. यहां हमेशा से सत्ताधारी पार्टी ही जीतती आई है. जहां तक बात रही सिटिजन बिल की तो इसपर चर्चा कैसी. इसका गवाह तो आजतक भी रहा है. उसने स्टिंग किया था. उसे पता है कि घुसपैठ से क्या नुकसान होता है. आजतक ने मालदा और कलियाचक में ये सब देखा ही है. बांग्लादेश से आने वाले ज्यादातर घुसपैठिए गलत काम में लगे हैं.

पहले ममता घुसपैठियों के खिलाफ थीं, आज उनका साथ दे रही हैं

2005 या 2006 में ममता बनर्जी ने संसद में सीपीएम का विरोध करते हुए आवाज उठाई थी घुसपैठियों को बाहर फेंकिए. लेकिन अब वो तुष्टिकरण के चक्कर में घुसपैठियों के समर्थन में खड़ी हैं. उन्हें राशन कार्ड देने की बात कह रही हैं. अब उन्हें सीएबी और एनआरसी दोनों से दिक्कत हैं. वे दोहरे चरित्र की राजनीति कर रही हैं. वोट बैंक के लिए राजनीति कर रही हैं.

4 साल से भाजपा विधायक है कलियाचक में, कितना सुधार आयाः मो. सलीम

पूर्व सांसद मोहम्मद सलीम ने कहा कि माइग्रेशन एक एनिमल इंस्टिंक्ट है. लेकिन इंसानों में ये काम आर्थिक फायदे के लिए होता है. आज मालदा के कलियाचक में भाजपा का विधायक है. पिछले चार साल से वहां क्या हुआ? क्या वहां पर सारे अपराध खत्म हो गए हैं? वहां कोई बदलाव नहीं आया है. अब भाजपा के विधायक घुसपैठियों के साथ मिलकर अपराध कर रहे हैं.

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हम सिर्फ देश के लिए राजनीति करते हैंः कैलाश

ये बात सही है कि हमारी पार्टी में कई दलों से लोग आए हैं. और क्यों न ऐसे लोगों को मौका दिया जाए जो सुधार लाना चाहते हैं. हमने वाल्मिकी को रामायण लिखते हुए देखा है. हमारी विचारधारा बेहद साफ है. हम देश के लिए मरेंगे, देश के लिए जिएंगे. जो देश के लिए खतरा होगा उसे हम कतई बर्दाश्त नहीं करेंगे. फिर कोई कुछ भी कहे हमें.

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