तेलंगाना विधानसभा चुनाव के दौरान मिली हार पर कांग्रेस मंथन कर रही है. कांग्रेस नेता मधु याक्शी ने कहा कि यह साफ हो गया कि प्रचार के दौरान बस यात्रा करने की जगह कांग्रेस को पद यात्रा करने की जरूरत थी. उन्होंने कहा कि 22 लाख लोगों का नाम इलेक्टोरल रोल में नहीं था और ये लोग वोट नहीं दे पाए. इस गलती के लिए चुनाव आयोग सिर्फ माफी मांग रहा है. ये वोटर शामिल होते तो कांग्रेस गठबंधन को फायदा मिलता और टीआरएस को ऐसी जीत नहीं मिलती.
वहीं, टीडीपी सांसद जयदेव गल्ला ने कांग्रेस के साथ गठबंधन को लेकर पूछे गए सवाल का जवाब देते हुए कहा कि कांग्रेस से दोस्ती केन्द्र में बीजेपी को सत्ता से बाहर करने के लिए है. विधानसभा चुनाव को लेकर अभी कोई गठबंधन नहीं है. टीडीपी अपने काम और उपलब्धियों के चलते आगामी विधानसभा चुनाव के दौरान भी सत्ता में कायम रहेगी. उन्होंने साफ किया कि पिछले चुनाव में राजनीतिक परिस्थिति अलग थी. 2014 में नरेन्द्र मोदी ने जो वादे किए वह पूरे नहीं हुए बल्कि जुमला साबित हो गए. बीजेपी ने राज्य को कांग्रेस से ज्यादा फेल किया है. आंध्र प्रदेश की कांग्रेस से बड़ी दुश्मन बीजेपी है.
एआईएडीएमके नेता कोवाई सथ्यान ने कहा कि लोगों का मन लगातार बदलता रहता है. बीजेपी और कांग्रेस ने कभी दावा नहीं किया है कि वह अकेले सरकार बना लेंगे. क्षेत्रीय दल सरकार बनाने में अहम भूमिका में निभाएंगे. वहीं, डीएमके प्रवक्ता मनु संदरम ने कहा कि राहुल गांधी बतौर पीएम अच्छे रहेंगे.
यह सभी नेता इंडिया टुडे के कॉन्क्लेव साउथ 2018 के अहम सत्र 'दि सदर्न बैशन- हू विल ब्रेच इट' में शिरकत कर रहे थे.