हैदराबाद मामले पर बिहार के उप-मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने कहा कि इस तरह की मॉब लिंचिंग सही नहीं है, अगर अपराधियों को कोर्ट के जरिये सजा मिलती तो अच्छा होता. उन्होंने कहा कि पुलिस ने जो कहानी बताई है वो काफी अजीब है.
हैदराबाद मामले को लेकर देश गुस्से में
इंडिया टुडे ग्रुप के लोकप्रिय और चर्चित कार्यक्रम 'इंडिया टुडे कॉन्क्लेव ईस्ट 2019' के कार्यक्रम में सुशील कुमार मोदी ने कहा कि हैदराबाद में लड़की के साथ जो हुआ उससे देश की भावनाएं आहत हुई है, लोग गुस्से में हैं. क्योंकि इस तरह का अपराध भारतीय समाज में क्षमा योग्य नहीं है.उन्होंने कहा कि इस तरह के एनकाउंटर की बजाय अपराधियों को 12 दिन के अंदर चार्जशीट दायर कर मौत की सजा दी जाती, तो वो ज्यादा बेहतर होता. लोगों का कानून पर विश्वास और बढ़ जाता.
हैदराबाद एनकाउंटर से सुशील मोदी असहमत
बिहार के उप-मुख्यमंत्री ने कहा कि लोगों को मानसिकता बदलनी होगी. सरकार कानून बना सकती है. लेकिन सिर्फ कानून बनाने से कुछ नहीं होगा. वहां जो भी कुछ हुआ है, अच्छी बात है सभी मारे गए. लेकिन मेरा मानना है कि जो लोग पकड़े गए थे उनको जेल में बंद करते और रिकॉर्ड समय में ट्रायल कर उन्हें फांसी की सजा दिलाते.सुशील कुमार मोदी ने पुलिस की थ्योरी को हास्यास्पद बताते हुए कहा कि कैसे चारों अपराधी भाग सकते, जब पुलिस अपराधियों को लेकर घटनास्थल पर पहुंची तो क्या सुरक्षा का कोई इंतजाम वहां नहीं था. पुलिस इतनी कमजोर कैसे हो सकती है.
सुशील कुमार मोदी ने कहा, 'मेरी निजी राय है कि ऐसे अपराधियों को मौत की सजा मिलनी चाहिए, लेकिन जिस तरीके से सजा दी गई इससे मैं सहमत नहीं हूं. न्याय प्रक्रिया के जरिये इन अपराधियों को मौत की सजा मिलती तो अच्छा होता.'