इंडिया टुडे कॉनक्लेव में भारत सरकार के सड़क, परिवहन और एमएसएमई मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि मोटर व्हीकल एक्ट में किए गए बदलाव लोगों से पैसा वसूलने की योजना नहीं है. ये कानून इसलिए बनाया गया है ताकि लोगों की जान बच सके. हादसे न हों. लोग दिव्यांग न बनें. गडकरी ने कहा कि मोटर व्हीकल एक्ट में किए गए बदलावों का समर्थन तो कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल भी कर रहे हैं. यहां तक कि जो जुर्माना भर रहा है वो भी इसके समर्थन में है.
भाजपा शासित राज्य क्यों विरोध कर रहे हैं. इस सवाल पर नितिन गडकरी ने कहा कि विरोध नहीं है. मोटर व्हीकल एक्ट में किए गए बदलावों से पूरी तरह वाकिफ नहीं हैं. जिस दिन वे इसे पूरा पढ़ लेंगे, उसे समझ जाएंगे. देखिए...मोटर व्हीकल एक्ट के नए नियम आने के बाद दो मामले में बड़ी तेजी से मीडिया में उठाए गए. एक स्कूटी वाले से उसके वाहन से ज्यादा कीमत का जुर्माना वसूला गया. दूसरा एक ट्रक वाले से 2 लाख रूपए से ज्यादा का फाइन लिया गया. मैंने दोनों मामले खुद जांचे.
नितिन गडकरी बोले- रियल एस्टेट सुस्त पड़ा है, यह छिपाने की बात नहीं है
जिस राज्य में ट्रक पकड़ा गया. उस ट्रक वाले के पास न तो ड्राइविंग लाइसेंस था, न ही प्रदूषण सर्टिफिकेट था, न मेंटेंनेंस सर्टिफिकेट था, ड्राइवर ने शराब पी रखी थी और ट्रक ओवरलोडेड था. उसने मोटर व्हीकल एक्ट के सारे नियम तो़ड़ रखे थे. अब इसपर उस राज्य की पुलिस ने ट्रक वाले पर जुर्माने की अधिकतम राशि लगा दी. राशि 2 लाख के ऊपर पहुंच गई. यहां समझने की बात ये है कि मोटर व्हीकल एक्ट में लिखा है कि पिछले 30 साल पहले जो जुर्माना 100 रू. था, अब वह अगले 30 सालों के लिए तय राशि में बढ़ाया गया है. राज्य सरकार की पुलिस को अधिकतम राशि नहीं लगानी थी. लेकिन, इससे अब कानून का डर बैठेगा.
गडकरी ने कहा कि हमारे देश में हर साल करीब 5 लाख एक्सीडेंट होते हैं. इसमें करीब 1.5 लाख लोग मारे जाते हैं. 2.5 लाख लोग दिव्यांग हो जाते हैं. मैं जब नेता प्रतिपक्ष था तब खुद एक्सीडेंट में घायल हुआ था. एक साल तक बिस्तर पर था. मेरे परिवहन सेक्रेटरी का लड़का एक्सीडेंट में चला गया. हमारे देश में लोगों के मन में कानून के प्रति डर ही नहीं है. पुलिस वाला सीटी बजाता रह जाता है और लोग नियम तोड़कर आगे बढ़ जाते हैं.
नितिन गडकरी ने कहा कि हमारे देश में 40 फीसदी ड्राइविंग लाइसेंस फर्जी तरीके से बने हैं. क्योंकि यहां बेहद आसानी से लाइसेंस मिल जाता है. अब आप देख लो फर्जी लाइसेंस बनाने में इंडिया नंबर 1, एक्सीडेंट में देश नंबर 1, सड़क हादसे में मरने वालों में हमारा देश नंबर 1. लेकिन इसके बावजूद हमारे देश के लोग कानून नहीं मानते. जिस देश या शहर में लोग कानून नहीं तोड़ते, वहां जुर्माना नहीं लगता. हमारी सरकार जुर्माने की राशि से पैसा नहीं कमाना चाहती. हम चाहते हैं कि लोग कानून का पालन करें, उन पर जुर्माना नहीं होगा. इससे लोगों की जान बचेगी. वे घायल नहीं होंगे.