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INDIA TODAY-CICERO POLL: CM की रेस में केजरीवाल, बहुमत की दौड़ में BJP आगे

दिल्ली के चुनावी दंगल में बीजेपी बाजी मार सकती है. INDIA TODAY GROUP और CICERO की ओर से विधानसभा चुनाव से पहले कराए गए एक सर्वे के मुताबिक दिल्ली में बीजेपी को 34 से 40 सीटें मिल सकती हैं. सर्वे के मुताबिक 'आप' को 25 से 31 सीटें मिलने का अनुमान है तो कांग्रेस 3 से 5 सीटों तक सिमट सकती है.

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दिल्ली के चुनावी दंगल में बीजेपी बाजी मार सकती है. INDIA TODAY GROUP और CICERO की ओर से विधानसभा चुनाव से पहले कराए गए एक सर्वे के मुताबिक दिल्ली में बीजेपी को 34 से 40 सीटें मिल सकती हैं. सर्वे के मुताबिक 'आप' को 25 से 31 सीटें मिलने का अनुमान है तो कांग्रेस 3 से 5 सीटों तक सिमट सकती है.

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ओपिनियन पोल के मुताबिक पिछली बार की तुलना में इस बार बीजेपी का वोट प्रतिशत बढ़ा है. बीजेपी को 40 फीसदी वोट मिलने का अनुमान है, वहीं, 'आप' को 36 फीसदी और कांग्रेस के खाते में 16 फीसदी वोट आने के आसार हैं.

ओपिनियन पोल में बतौर सीएम अरविंद केजरीवाल सबसे आगे चल रहे हैं. 35 फीसदी लोगों को 'आप' के संयोजक पर यकीन है. 23 फीसदी लोगों ने बीजेपी के हर्षवर्धन को बेहतर सीएम बताया है.

सर्वे में शामिल 4 फीसदी लोग कांग्रेस के अजय माकन और बीजेपी के जगदीश मुखी को दिल्ली के अगले सीएम के तौर पर देखना चाहते हैं. 5 फीसदी लोग बीजेपी के सतीश उपाध्याय और कांग्रेस के अरविंदर सिंह लवली दिल्ली के अगले सीएम के तौर पर देख रहे हैं. हालांकि, 6 फीसदी लोग पूर्व सीएम शीला दीक्ष‍ित को एक और मौका देने के पक्ष में हैं. एक फीसदी लोग पूर्व आईपीएस किरण बेदी को दिल्ली का अगला सीएम मान रहे हैं.

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यह सर्वे 2 जनवरी से 6 जनवरी के बीच दिल्ली के 70 विधानसभा क्षेत्रों में 210 पोलिंग बूथ इलाके में किया गया. सर्वे में 36 फीसदी ने केंद्र की मोदी सरकार के कामकाज को उम्मीद से अच्छा बताया है.

सर्वे में हिस्सा लेने वाले 36 फीसदी लोगों ने पूर्व सीएम अरविंद केजरीवाल के 49 दिनों के कामकाज को उम्मीद से अच्छा बताया.

39 फीसदी लोगों ने बिजली-पानी-सड़क को सबसे बड़ा मुद्दा बताया जो इस बार के चुनाव में मायने रखेगा. 33 फीसदी की नजर में कानून व्यवस्था बड़ा मुद्दा रहेगा जबकि 15 फीसदी ने स्वास्थ्य और शिक्षा और 6 फीसदी ने स्वच्छता को प्राथमिक मुद्दा बताया.

सर्वे में 20 फीसदी लोगों ने महिला सुरक्षा को, 17 फीसदी ने भ्रष्टाचार, 12 फीसदी ने पानी, 10 फीसदी ने महंगाई और 9 फीसदी ने बेरोजगारी को मुद्दा बताया जो इस बार के चुनाव में छाया रहेगा.

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