महाराष्ट्र सरकार इसकी जांच कराएगी कि दाऊद को मारने के प्लान पर मुंबई पुलिस ने कैसे पानी फेर दिया था. इंडिया टुडे को दिए इंटरव्यू में BJP सांसद और पूर्व गृह सचिव के इस खुलासे पर महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडनवीस ने जांच के आदेश दे दिए हैं. सिंह ने खुलासा किया था कि मुंबई पुलिस में बैठे दाऊद के गुर्गों ने उसे मारने का आईबी का प्लान नाकाम कर दिया था. इस पर फडनवीस ने कहा, 'यह बेहद गंभीर आरोप है. हम इसकी जांच करेंगे. ऐसे लोग पुलिस फोर्स में रहने के काबिल नहीं हैं.'
सिंह ने किया था यह खुलासा
सिंह ने इंडिया टुडे ग्रुप से बातचीत में खुलासा
किया था कि अब राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) बन चुके अजीत डोवाल ने 2005 में दाऊद को दुबई में उसकी बेटी की
शादी में मारने का प्लान बनाया था. शार्पशूटर्स की एक टीम आईबी से संपर्क में थी और उन्हें भारत में गुप्त जगह ट्रेनिंग भी
दी गई थी. ये छोटा राजन गैंग के लोग थे. लेकिन जैसे ही ये दुबई जाने वाले थे, मुंबई पुलिस ने होटल पहुंचकर उन्हें धर
दबोचा था.
किसने दिया था आदेश
मुंबई पुलिस अब यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि दाऊद को मारने
के लिए चुने गए छोटा राजन गैंग के शार्प शूटर्स विकी मल्होत्रा और फरीद तनाशा को गिरफ्तार करने के लिए टीम को दिल्ली
जाने का आदेश किसने दिया.
मुंबई पुलिस में थे दाऊद के लोग
आरके सिंह ने इंडिया टुडे से कहा था, 'मैं जानता
हूं कि दाऊद को मारने का प्लान बना था. इस काम के लिए कुछ लोग चुने गए थे. उन्हें ट्रेनिंग दी जा रही थी. मुंबई पुलिस
में बहुत से लोग दाऊद के पे रोल पर थे. मैं नहीं जानता कि यह बात लीक कैसे हुई, पर मुंबई पुलिस को खबर मिल गई थी
कि किसी को कहीं किसी जगह ट्रेंड किया जा रहा है. मुंबई पुलिस गिरफ्तारी वारंट के साथ उस जगह पहुंच गई थी. अब सारे
गैंगस्टरों के खिलाफ केस हैं. लेकिन मुंबई पुलिस की इस कार्रवाई की वजह से दाऊद को मारने का पूरा ऑपरेशन ही खत्म हो
गया.
आरोप खारिज करती रही है पुलिस
इंडिया टुडे ने मुंबई पुलिस के वरिष्ठ अफसरों से बात की जिनके पास
2005 में बड़ी जिम्मेदारियां थीं. उन्होंने ऑपरेशन की नाकामी का कारण सुरक्षा एजेंसियों के बीच तालमेल के अभाव को
बताया. मुंबई पुलिस आरके सिंह के दावे को खारिज करती रही है कि पुलिस बल के कुछ लोगों ने ही दाऊद को मारने का
प्लान नाकाम करवाया था.
दाऊद से रिश्तों के कारण इंस्पेक्टर पर कार्रवाई
अमेरिकी दूतावास से 2005 में एक
गोपनीय संदेश भी भेजा गया था. इसमें कहा गया था कि मुंबई पुलिस के तत्कालीन कमिश्नर एएन रॉय ने इंस्पेक्टर असलम
मोमिन को दाऊद से रिश्तों के कारण बर्खास्त कर दिया था. मोमिन की वजह से ही आईबी का दाऊद को मार गिराने का
प्लान नाकाम हुआ था. आईबी ने कथित तौर पर मोमिन के दाऊद गैंग से रिश्तों के सबूत भी सौंपे थे. मोमिन अभी महाराष्ट्र
के कोल्हापुर में रहते हैं. इंडिया टुडे ने जब उनसे संपर्क किया तो मोमिन ने कहा कि अमेरिकी दूतावास ने गलत तथ्य रखे हैं.
वह इस बारे में बात नहीं करना चाहते कि उन्हें बर्खास्त क्यों किया गया था.