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गठबंधन पर बोले नवीन पटनायक- बीजेपी और कांग्रेस दोनों से दूरी बनाए रखेंगे

ओडिशा के भुवनेश्वर में इंडिया टुडे ग्रुप देश के समसामयिक मुद्दों पर चर्चा के लिए गुरुवार 10 जनवरी को 'माइंड रॉक्स' कार्यक्रम आयोजित किया. इसका आयोजन भुवनेश्वर के केआईआईटी (KIIT) ऑडिटोरियम में हुआ.

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ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक
ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक

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ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने कहा कि उनकी पार्टी की नीति साफ है, वह बीजेपी और कांग्रेस से समान दूरी बनाकर चल रहे हैं. इंडिया टुडे के माइंड रॉक्स कार्यक्रम में पहुंचे पटनायक से राज चेंगप्पा ने पूछा था कि 2019 के चुनाव में वह बीजेपी के साथ जाएंगे या महागठबंधन के साथ. पटनायक ने विश्वास व्यक्त किया कि उनकी सरकार जिस तरह जनता के हित में फैसले ले रही है उससे उन्हें भरोसा है कि विधाननसभा के चुनाव में जनता उनकी पार्टी को ही मौका देगी.

एक दूसरे सवाल के जवाब में नवीन पटनायक ने कहा कि मेक इन ओडिशा कॉनक्लेव में 450 लाख करोड़ के निवेश का भरोसा राज्य को मिला है. इतना निवेश होने के बाद राज्य विकास की नई ऊंचाइयां छूएगा. इससे जो राजस्व मिलेगा उससे प्रदेश को फायदा होगा. उन्होंने ओडिशा में चलाई जा रही स्पेशल नीड ऑफ हेल्थकेयर स्कीम की सफलता की भी चर्चा की. पटनायक ने दावा किया कि उनका ओडिशा तेजी से बदल रहा है और यूथ और महिलाओं का इसमें खास योगदान है.

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पहली बार वोट देने जा रहे युवाओं के पटनायक ने संदेश दिया कि पहले अपनी प्रॉयारिटी देखें, इसके बाद राजनीतिक दलों के मेनिफेस्टो देखें, सबसे बाद में कास्ट देखें. 2019 के लोकसभा चुनाव में सबसे बड़ा मुद्दा क्या होगा का जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि बढ़ती कीमतें खास तौर से तेल की कीमतें मुद्दा बनेंगी.

किसानों की कर्जमाफी पर पटनायक ने कहा कि किसानों को ऐसी योजनाएं का लाभ दिया जाना चाहिए जो उनको लॉन्ग टर्म में फायदा दें. उन्होंने ओडिशा की पॉलिसी का जिक्र किया जिसमें जमीन वाले किसानों और बिना जमीन वाले किसानों दोनों को फायदा मिला. उनका कहना था कि इस स्कीम से 92 पर्सेंट किसानों को फायदा मिला.

नवीन पटनायक ने युवाओं को संदेश देते हुए कहा कि पहले आप खुद पर विश्वास करें, इसके बाद फैमिली पर इसके बाद नेशन पर. एक सवाल के जवाब में पटनायक ने बताया कि जब वो युवा थे तो उनके प्रेरणा स्रोत महात्मा गांधी थे.

दो साल पहले ओडिशा में हॉकी का विश्व कप कराए जाने के सवाल पर उन्होंने कहा कि हॉकी ओडिशा में लोकप्रिय है. यहां के बच्चे हॉकी के साथ बड़े होते हैं. कई आदिवासी इलाकों में भी हॉकी खेली जाती है. इसे देखते हुए उन्होंने यहां हॉकी का विश्व कप आयोजित कराने का फैसला किया था और इसके सफल आयोजन से ओडिशा की अलग पहचान बनी.

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