बिहार के उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी ने इंडिया टुडे स्टेट ऑफ द स्टेट कॉन्क्लेव-बिहार में लालू प्रसाद यादव के साथ अपनी पुरानी पहचान को याद किया और उनके साथ संबंधों पर बात की. पुराने दिनों की याद ताजा करते हुए उन्होंने यहां तक कहा कि वे लालू को उनकी पत्नी से ज्यादा जानते हैं.
मोदी ने कार्यक्रम के दौरान कहा, "राबड़ी देवी जितना लालू यादव को नहीं जानती, उससे ज्यादा में उनको जानता हूं. मैं 1969 से लालू को जानता हूं. हमने एक ही साथ छात्रसंघ में काम किया, एक साथ छात्रसंघ का चुनाव लड़े. इमरजेंसी में एक साथ रहे. जेल में एक साथ रहे. एक विधानसभा में रहे, एक लोकसभा में रहे. इसलिए मैं उनके हर मूव और हर चाल को समझ सकता हूं."
लालू ने कभी सुधरने का काम नहीं किया
मोदी ने लालू प्रसाद यादव को हठी बताते हुए कहा, "लालू ने कभी सुधरने का काम नहीं किया या नाम नहीं लिया. 1973 में जो लालू यादव थे, वही आज भी हैं. कोई फर्क नहीं आया, भले ही पद कोई रहा हो. मेरा लालू यादव से जो रिश्ता रहा है, वह जगजाहिर है."
सामने होने पर भी खुलकर बोल देते हैं
लालू की प्रशंसा करते हुए मोदी ने कहा, "एक बात में लालू यादव की प्रशंसा करता हूं कि वह दिल के बहुत साफ हैं. उनके मामले में हमने चारा घोटाले में पीआईएल दाखिल की. हम लोगों के कारण उन्हें जेल जाना पड़ा. हम लोगों के कारण उन्हें सत्ता छोड़नी पड़ी. हम लोगों के कारण आज वह जेल में हैं, उनको सजा हो गई. इतना होने के बाद भी जब हमारी आमने-सामने मुलाकात होती है, तो आज तक उनके चेहरे पर कोई तनाव, कोई गुस्सा, कोई आक्रोश या भड़ास निकालते हुए नहीं देखा. वह सामने होने पर भी खुलकर बोल देते हैं जो उनके मन में होता है."