देश के 68वें गणतंत्र दिवस के मौके पर आतंक से जूझ रही जनता को एक खुशखबरी मिली है. अब आतंकवाद से निपटने के लिए भारत को एक नया दोस्त मिल गया है. देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और संयुक्त अरब अमीरात के क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन जायद ने आपसी बातचीत में यह तय किया है कि पाकिस्तान में पनप रहे आतंकवाद से अब दोनों देश (भारत और यूएई) एक साथ लड़ेंगे. दोनों नेताओं ने संयुक्त राष्ट्र में एक-दूसरे की उम्मीदवारी और अभियानों को समर्थन देने की बात भी कही.
दोनों नेताओं ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के शीघ्र और व्यापक सुधार के लिए संयुक्त राष्ट्र के सदस्य देशों द्वारा लगातार बढ़ रही मांगों का भी जायजा लिया. इस मौके पर प्रधानमंत्री मोदी ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में सुधार और स्थायी सदस्यता के लिए भारत की उम्मीदवारी के पक्ष में संयुक्त अरब अमीरात द्वारा लगातार व्यक्त किए गए समर्थन के लिए अबू धाबी के शहजादे शेख मोहम्मद बिन जायद को धन्यवाद भी किया.
दोनों नेताओं ने माना कि आतंकवाद शांति और सुरक्षा के लिए सबसे बड़ा खतरा है. दोनों ने आतंकवाद की घोर निन्दा की और अपना कठोर विरोध दोहराया और कहा कि यह जहां भी जिस रूप में हो गलत है और इसका कहीं कोई औचित्य नहीं है.