पाकिस्तान ने एक बार फिर अपना दोहरा चेहरा दिखाया है. जम्मू-कश्मीर के अलगाववादी नेताओं से मुलाकात और सीमा पर लगातार फायरिंग की घटनाओं के बीच पड़ोसी मुल्क ने भारत पर ही सीजफायर उल्लंघन का आरोप लगाया है. पाकिस्तान के उच्चायुक्त अब्दुल बासित ने कहा कि जुलाई से लेकर अब तक भारत ने 57 बार सीजफायर का उल्लंघन किया, जबकि हम भारत से अच्छे रिश्ते और सार्थक बातचीत चाहते हैं.
जम्मू-कश्मीर के अलगाववादी नेताओं से मिलने के बाद अब्दुल बासित बुधवार को नई दिल्ली में मीडिया से बात कर रहे थे. अलगाववादी नेताओं से मुलाकात पर सफाई देते हुए उन्होंने कहा कि हुर्रियत नेताओं से मुलाकात करना पाकिस्तान की पुरानी परंपरा है और करीब 20 साल से ऐसा होता आ रहा है. इसमें कुछ भी नया नहीं है.
इतना ही नहीं, जब बासित से पूछा गया कि पाकिस्तान अलगाववादी गुट हुर्रियत को कश्मीर का असल प्रतिनिधि क्यों समझता है, तो उन्होंने कहा, 'यह हमारा मूल्यांकन है.'
अब्दुल बासित ने कहा, 'पाकिस्तान कश्मीर मसले का हल निकालने के लिए प्रतिबद्ध है और इस विवाद में कश्मीरियों का भी हिस्सा है. बस सभी हिस्सेदारों को शामिल करना है. उन्होंने कहा कि भारत और पाक दोनों इस बात पर एकमत हैं कि कश्मीर विवाद एक द्विपक्षीय मसला है.'
बासित ने कहा कि अब दोनों देशों के बीच टकराव के बजाय सहयोग का समय आ गया है. उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के उस बयान का स्वागत किया जिसमें उन्होंने सार्क देशों के एक साथ मिलकर गरीबी से लड़ने की बात कही थी. अब्दुल बासित ने कहा कि आतंकवाद से पाकिस्तान ने काफी नुकसान हुआ है. पाकिस्तान शांति का पक्षधर है और भारत से अच्छे रिश्ते चाहता है.
मुल्क में खराब हालात को स्वीकार करते हुए बासित ने कहा कि अफगानिस्तान में शांति स्थापित हुए बिना पाकिस्तान में शांति नहीं आ सकती है. पाकिस्तान ने अपने 50 हजार नागरिक और 5 हजार सैनिकों को खो दिया है.
उन्होंने बताया कि इससे पहले उनकी आज इस्लामाबाद लौटने की योजना थी, लेकिन अब सचिव स्तर की वार्ता रद्द होने के बाद वह एक रेस्त्रां में खाना खाएंगे.