पाकिस्तान ने एक बार फिर अपनी कायरना हरकत दिखाई है. BSF के जवान नरेंद्र कुमार की शहादत पर देश का खून खौल रहा है. नरेंद्र के शव के साथ पाक फौजियों ने जो बर्बरता की है. उससे देश में सिर्फ एक आवाज उठ रही है कि इस हैवानियत का बदला लो.
लेकिन गम और गुस्से के इस माहौल में भारत, पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान की दरख्वास्त पर विदेश मंत्रियों की मुलाकात के लिए राजी हो गया है. हालांकि, कहा जा रहा है कि ये औपचारिक बातचीत नहीं होगी.
शहीद जवान के परिवार फिर पूछ रहे हैं कि पाकिस्तान से 56 इंच वाला बदला कब होगा. एक जवान का फिर गला काटा गया, वो भी तब जब दो दिन पहले ही गृह मंत्री उसी बॉर्डर से लौट कर आए हैं.
शहीद नरेंद्र के बेटे ने भी मांग की है कि उनके पिता की शहादत का बदला लिया जाए. गृह मंत्री ने भले ही बीएसएफ से पाकिस्तान की हरकत पर करारा जवाब देने को कहा है.
एक तरफ जहां पाकिस्तान हमारे जवानों को मार रहा है तो दूसरी तरफ सरकार पाकिस्तान से बात करने की कोशिश कर रही है. गुरुवार का विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने कहा कि आप सबको पता है कि हमारे प्रधानमंत्री ने पाकिस्तान के प्रधानमंत्री को चिट्ठी लिखकर बधाई दी थी. जो पाकिस्तान के उच्चायुक्त ने विदेश मंत्रालय को दी है.
उन्होंने बताया कि एक चिट्ठी जो पाकिस्तान के विदेश मंत्री की है, वो मुलाकात के प्रस्ताव की बात है. इस समय मैं ये कंफर्म कर सकता हूं कि पाकिस्तान के रिक्वेस्ट के बाद न्यूयॉर्क में साइडलाइन में मीटिंग होगी.
ये कहा जा सकता है कि इसकी कोई गारंटी नहीं है कि जो शहीद नरेंद्र के साथ हुआ वो किसी और जवान के साथ अब नहीं होगा. बॉर्डर पर गला काटना पाकिस्तान ने कब बंद ही किया था. लेकिन ये सुनकर ही किसी को गुस्सा आएगा कि जिस दिन शहीद जवान का अंतिम संस्कार हुआ उसी दिन पाकिस्तान से मीटिंग की बातें आ रही हैं.