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सुरक्षा परिषद में भारत का स्‍वागत है: ओबामा

भारत दौरे पर आए अमेरिकी राष्‍ट्रपति बराक हुसैन ओबामा ने संसद के दोनों सदनों के प्रति‍निधियों को संबोधित करते हुए सबसे पहले तो धन्‍यवाद दिया और कहा, 'मैं दुनिया के सबसे पुराने लोकतंत्र की ओर से आप सबके लिए शुभकामनाएं लाया हूं.' उन्‍होंने कहा कि भारत में ब‍हुत प्रगति हुई है.

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भारत दौरे पर आए अमेरिकी राष्‍ट्रपति बराक हुसैन ओबामा ने संसद के दोनों सदनों के प्रति‍निधियों को संबोधित करते हुए सबसे पहले तो धन्‍यवाद दिया और कहा, 'मैं दुनिया के सबसे पुराने लोकतंत्र की ओर से आप सबके लिए शुभकामनाएं लाया हूं.' उन्‍होंने कहा कि भारत में ब‍हुत प्रगति हुई है.

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ओबामा की यात्रा के पहले दिन की झलकियां

ओबामा ने कहा कि भारत के लोगों द्वारा मुझे और मेरी पत्‍नी को बहुत सम्‍मान दिया गया इसके लिए बहुत धन्‍यवाद. ओबामा ने यहां तक कि हिन्‍दी में भी 'बहुत धन्‍यवाद' कहा. उन्‍होंने कहा, 'मैं अमेरिका का कोई पहला राष्‍ट्रपति नहीं हूं जो यहां भाषण दे रहा हूं, लेकिन यह अमेरिका से बाहर की मेरी सबसे लंबी यात्रा है.'

दूसरे दिन की झलकियां

उन्‍होंने कहा कि भारत बड़ी उभरती ताकत नहीं है बल्कि वह बड़ी ताकत बन चुका है. ओबामा ने भारत और अमेरिका के संबंधों को मूल्‍य आधारित बताते हुए कहा, 'मैं भारत के मूल्‍यों का सम्‍मान करता हूं. आपकी सभ्‍यता बहुत पुरानी है ओर मैं इसका सम्‍मान करता हूं. 1 अरब भारतीयों को संबोधित करना गर्व की बात है.' {mospagebreak}

ओबामा ने कहा, 'मेरे और मिशेल के लिए इस यात्रा का बहुत महत्‍व है.' महात्‍मा गांधी की चर्चा करते हुए ओबामा ने कहा कि गांधी जी के जीवन से उन्‍होंने बहुत प्रेरणा ली है. उन्‍होंने कहा, 'हम दुनिया में जैसा परिवर्तन चाहते हैं उसकी प्रेरणा भी मैंने गांधी जी से ही ली है. महात्‍मा गांधी का अमेरिका पर बड़ा प्रभाव है. गांधी जी ने पूरे विश्‍व को शांति का संदेश दिया.

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'भारत की तारीफ करते हुए उन्‍होंने कहा, 'जीरो का आविष्‍कार भारत ने ही किया. भारत के धार्मिक ग्रंथ बहुत प्रेरणादायक हैं. ओबामा ने विवेकानंद का भी जिक्र किया और कहा कि हर धर्म ने महान व्‍यक्ति ओर विचारधारा को जन्‍म दिया.'

उन्‍होंने कहा कि भारत तकनीक ओर विज्ञान के कारण मिसाल बन चुका है. भारत ने मजबूत लोकतंत्र का उदाहरण पेश किया है. भारत की सभी सरकारों ने अमेरिका के साथ मजबूत रिश्‍तों पर जोर दिया. उन्‍होंने कहा कि वैश्विक व्‍यवस्‍था में भारत का अहम रोल है और मजबूत रिश्‍तों में दोनों ही देशों का हित है. भारतीय अर्थव्‍यवस्‍था के बारे में बोलते हुए ओबामा ने कहा कि भरत ने आर्थिक चमत्‍कार किया है और अमेरिका के भविष्‍य के लिए भारत की भूमिका अहम है. {mospagebreak}

उन्‍होंने कहा, 'ऐसी अर्थव्‍यस्‍था हो जिसमें सबकों मौका मिले. हम चाहते हैं कि हमारे रिश्‍ते 21वीं सदी में मिसाल बनें. हमारी मित्रता का विशेष महत्‍व है. हम दो महान खुली अर्थव्‍यवस्‍था वाले देश हैं और दोनों देशों का साथ आना जरूरी है.'

संयुक्‍त राष्‍ट्र सुरक्षा परिषद में स्‍थयी सीट के लिए भारत की दावेदारी का समर्थन करते हुए ओबामा ने कहा, 'हम चाहते हैं कि सुरक्षा परिषद में भारत को स्‍थान मिले. उन्‍होंने कहा कि सुरक्षा परिषद के विस्‍तार में भारत का अहम रोल है और हम सुरक्षा परिषद में भारत का स्‍वागत करते हैं.

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उन्‍होंने अंतरिक्ष के क्षेत्र में भी भारत के साथ सहयोग की इच्‍छा जताई और कहा कि दोनों देश मिलकर अनुसंधान का कार्य भी कर सकते हैं. तकनीक हस्‍तांतरण के मामले में ओबामा ने भारत को भरोसेमंद सहयोगी बताया. कृषि क्षेत्र में दोनों देशों के सहयोग के विषय में बोलते हुए ओबामा ने कहा कि अगर दोनों देश मिलकर काम करेंगे तो एक और हरित क्रांति होगी.

उन्‍होंने कहा, 'हम हर क्षेत्र में भारत का सहयोग करते रहेंगे. मौसम और कृषि क्षेत्र में हम भारत की मदद कर सकते हैं. आज भरत तकनीक क्षेत्र में नेतृत्‍व दे सकता है.' उन्‍होंने यह भी कहा कि भारतीय क्षात्रों का अमेरिका आना जाना और बढ़ाएंगे. अफगानिस्‍तान की चर्चा करते हुए का संबंध है वहां भी हम परिवर्तन करना चाहते हैं. {mospagebreak}

मुंबई में हुए आतंकी हमले की चर्चा करते हुए ओबामा ने कहा, '26/11 के शहीदों को न्‍याय मिले. उन्‍होंने कहा, 'हम चाहेंगे कि सीमा पार से जो आतंकवाद जारी है उसे पाकिस्‍तान रोके. साथ ही उन्‍होंने कहा कि पाकिस्‍तान के अंदर आतंकी शिविर मंजूर नहीं हैं. ओबामा ने कहा कि भारत-पाक के बीच बातचीत चलती रहे और दोनों देश विवादित मुद्दों को बातचीत के जरिए ही सुलझाएं. ओबामा ने आतंकवाद पर लगाम लगने को जरूरी बताते हुए कहा, 'हम चाहेंगे पाक आतंकी गतिविधियां रोके. साथ ही उन्‍होंने पाकिस्‍तान में शांति के लिए कोशिश करने की बात भी कही. साथ ही पाकिस्‍तान से आतंकवाद पर बातचीत करने की बात भी ओबामा ने कही.

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ओबामा ने कहा, 'हम 21वीं सदी में भारत के साथ मिलकर काम करने के लिए तैयार हैं और ये सुनिश्चित करना चाहते हैं कि भारत को संयुक्‍त राष्‍ट्र सुरक्षा परिषद में स्‍थायी सीट मिले. हम चाहते हैं कि परमाणु निरस्‍त्रीकरण की तरफ पूरा विश्‍व बढ़े. परमाणु ऊर्जा के शांतिपूर्ण इस्‍तेमाल का हर देश को हक है. उन्‍होंने कहा कि निरस्‍त्रीकरण की भारत की नीति रही है.

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