भारत ने सीरिया को हराकर लगातार दूसरी बार नेहरू कप पर कब्जा कर लिया है. भारत ने पेनाल्टी शूट आउट में सीरिया को 5-4 से हराकर खिताब पर कब्जा किया. भारत की इस जीत में गोलकीपर सुब्रत पाल का महत्वपूर्ण योगदान रहा जिन्होंने तीन बेहतरीन गोल बचाए. निर्धारित समय तक भारत मजबूत प्रतिद्वंद्वी सीरिया के खिलाफ 1-1 से बराबरी पर था.
पेनाल्टी शूट आउट से हुआ फैसला
लगातार दूसरे खिताब को जीतने में जुटी भारतीय टीम ने फाइनल मुकाबले में 95वें रैंकिंग वाली टीम सीरिया को कड़ी चुनौती दी. अतिरिक्त समय के दूसरे हाफ में रेनेडी सिंह ने मैच का पहला गोल दागा. लेकिन मैच खत्म होने से दो मिनट पहले सीरियाई खिलाड़ी अली दयाब ने बराबरी का गोल दागते हुए मुकाबले को पेनाल्टी शूट आउट में पहुंचा दिया. भारतीय कप्तान बाइचुंग भूटिया और सुनील छेत्री ने गोल करने के कुछ मौके भी गंवाए. भूटिया के नेतृत्व में भारत ने 2007 में नेहरू कप खिताब जीता था.
सलमान भी पहुंचे मैच देखने
इस टूर्नामेंट में लगातार दूसरा खिताब हासिल करने से भारतीय टीम ने बॉब हाटन की अगुवाई में तीन साल में ट्राफियों की हैट्रिक भी पूरी की. भारत ने 2007 में नेहरू कप के बाद पिछले वर्ष एएफसी चैलेंज कप जीतकर देश को 2011 में दोहा में होने वाले एशिया कप के लिये क्वालीफाई कराया था. बॉलीवुड नायक सलमान खान भी 20,000 दर्शकों की क्षमता वाले खचाखच भरे अम्बेडकर स्टेडियम में मौजूद थे और जैसे ही पाल ने अंतिम पेनल्टी में गोल का बचाव किया, दर्शक मैदान में दौड़ पड़े. निर्धारित समय में दोनों टीमें कोई भी गोल नहीं कर सकीं, जिससे मैच अतिरिक्त समय में चला गया.
2007 में भी जीता था भारत
भारत ने पेनल्टी शूटआउट से पहले जीत लगभग पक्की कर ली थी क्योंकि दूसरे हाफ में मैदान में उतरे रेनेडी सिंह ने 114वें मिनट में गोल कर दिया था, लेकिन सीरिया की तरफ से मिडफील्डर वेल अयान ने 120वें मिनट में गोल कर स्कोर 1-1 से बराबर कर दिया. सीरियाई टीम फीफा रैंकिंग में भारत से 61 स्थान उपर है, लेकिन कप्तान बाईचुंग भूटिया के धुरंधरों ने पेनल्टी शूट आउट में खिताब पर कब्जा जमाया. वर्ष 2007 में भारत ने एन पी प्रदीप के गोल से सीरिया को 1-0 से हराकर खिताब हासिल किया था.