अरुणाचल प्रदेश के तवांग में हेलिकॉप्टर क्रैश में जान गंवाने वाले सैन्यकर्मियों के शवों को कथित रूप से 'उचित सम्मान' न दिए जाने को लेकर कई लोगों में आक्रोश है. दरअसल भारतीय वायुसेना का एमआई-17 वी5 हेलिकॉप्टर दुघर्टनाग्रस्त हो गया था. इस हादसे में दो पायलटों समेत पांच वायु सेनाकर्मियों और थल सेना के दो सैनिकों की मौत हो गई.
उत्तरी सैन्य कमान के पूर्व कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल (रिटायर्ड) एचएस पनाग ने शवों की तस्वीर ट्वीट करते हुए में कहा, 'सात युवा अपनी मातृभूमि भारत की सेवा करने के लिए दिन के उजाले में निकले और वे अपने घर इस तरह आए.'
Seven young men stepped out into the sunshine yesterday, to serve their motherland. India.
This is how they came home. pic.twitter.com/OEKKcyWj0p
— Lt Gen H S Panag(R) (@rwac48) October 8, 2017
इस तस्वीर में सैनिकों के पार्थिव शरीर प्लास्टिक की बोरियों और कार्डबोर्ड में बंधे हुए दिख रहे थे, जिसे लेकर सोशल मीडिया पर कई लोगों ने भारतीय सेना और रक्षा मंत्रालय को लेकर नराजगी जताई और सैनिकों के शवों के इस व्यवहार को शर्मनाक बताया.
IAF क्रैश के शहीदों के शव...शर्मनाक! माफ़ करना ऐ दोस्त, जिस कपड़े से तुम्हारा कफ़न सिलना था वो अभी किसी का बंद गला सिलने के काम आ रहा है !!! pic.twitter.com/fOWyymhozb
— Gautam Gambhir (@GautamGambhir) October 8, 2017
This is how we treat our martyrs! Shameful https://t.co/052Y6DjIbB
— Kunāl Majumder (@kunalmajumder) October 9, 2017
Arunachal Pradesh chopper crash: Martyrs’ bodies wrapped in cardboard boxes #VerySed 😭 pic.twitter.com/jAgwrBCjao
— ZAKIR KHAN (@dzakirkhan) October 9, 2017
हालांकि शहीदों की यह बस पहली तस्वीर थी. सेना के सूत्रों ने बताया हेलिकॉप्टर क्रैश में ये शव बुरी तरह झुलस गए थे और शवों को और ज्यादा नुकसान से बचाने के लिए उन्हें वहां से तुरंत हटाना जरूरी था. सेना की ओर से जारी बयान में कहा गया कि अत्यधिक ऊंचाई वाले क्षेत्र में सीमित संसाधनों के कारण हेलिकॉप्टर ज्यादा भार नहीं ले जा सकते. इसी कारण शवों को बॉडी बैग्स या ताबूत के बजाय वहां उपलब्ध स्थानीय संसाधनों में लपेटे गए.
इसमें साथ ही बताया गया कि गुवाहाटी बेस हॉस्पिटल में पोस्टमार्टम के तुरंत बाद शवों को लकड़ी के ताबूत में रखा गया और पूर्ण सैन्य सम्मान के साथ श्रद्धांजलि देने के बाद सभी जवानों के शवों को उनके परिजन के पास भेजा गया. सोशल मीडिया पर आलोचना झेलने के बाद भारतीय सेना ने शहीदों के श्रद्धांजलि की तस्वीरें भी ट्वीट की.
Mortal remains of heptr accident in HAA on 6 Oct 17 recovered, sent wrapped in local resources is an aberration. pic.twitter.com/NDvEvBo87F
— ADG PI - INDIAN ARMY (@adgpi) October 8, 2017
Fallen soldiers always given full military honour. Carriage of mortal remains in body bags, wooden boxes,coffins will be ensured. pic.twitter.com/XSom29pWoF
— ADG PI - INDIAN ARMY (@adgpi) October 8, 2017
हालांकि सेना ने इस मामले पर खेद जताते हुए कहा कि शहीदों के शवों को इस तरह लपेटना 'भूल' थी . उन्होंने कहा कि मृत सैनिकों को हमेशा पूर्ण सैन्य सम्मान दिया जाता है. शवों को बॉडी बैग्स, लकड़ी के बक्से, ताबूत में लाया जाना सुनिश्चित किया जाएगा.