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भारतीय वायु सेना ने हवाई अड्डों की सुरक्षा के लिए बनाए लड़ाकू दस्ते

वायु सेना ने अपने सभी हवाई अड्डों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए एक विशेष सुरक्षा दस्ता तैयार किया है. इस दस्ते में शामिल जवानों को पंजाब के बठिंडा जिले में खास तौर से प्रशिक्षित किया जा रहा है.

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भारतीय वायु सेना के लड़ाकू दस्ते के जवान
भारतीय वायु सेना के लड़ाकू दस्ते के जवान

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वायु सेना ने अपने सभी हवाई अड्डों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए एक विशेष सुरक्षा दस्ता तैयार किया है. इस दस्ते में शामिल जवानों को पंजाब के बठिंडा जिले में खास तौर से प्रशिक्षित किया जा रहा है.

गौरतलब है कि पिछले साल जनवरी में चार पाकिस्तानी आतंकवादियों ने पठानकोट वायुसेना स्टेशन पर हमला कर दिया था. इस हमले में लगभग आधा दर्जन सुरक्षाकर्मी हताहत हुए थे और काफी मेहनत के बाद वायुसेना के गारद कमांडो फोर्स और नेशनल सिक्योरिटी गार्ड के जवानों ने आतंकवादियों पर काबू पाया था.

इस बारे में मेल टुडे से बात करते हुए ग्रूप कैप्टन और भटिंडा एयरबेस के प्रमुख कैप्टन एस. पर्शिचा ने कहा, पठानकोट हमले के बाद हमने महसूस किया कि हमारे पास कुछ ऐसे जवान होने चाहिएं जो ऐसी परिस्थिति में पहली पंक्ति में रहकर हमलावरों को जवाब दे सकें. इस जरूरत को यह दस्ता पूरा करेगा. ये जवान इन मौकों पर जवाबी कार्यवाई करने के लिए प्रशिक्षित किए गए हैं.’

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फौज की तरह प्रशिक्षित

पजांब के बठिंडा जिले में एयर फोर्स का पहला सुरक्षा प्रशिक्षण विद्यालय (एसटीएस) स्थित है. इस संस्थान में वायु सेना के 225 अधिकारियों को कड़ी से कड़ी ट्रेनिंग दी गई है. इन जवानों को यहां हर उस परिस्थिति से निपटने के लिए प्रशिक्षित किया गया है जो किसी आतंकवादी हमले के वक्त पैदा होती हैं. अधिकरियों और जवानों को हर हथियार चलाने की भी ट्रेनिंग दी गई है. इन्हें लगभग भारतीय फौज के बराबर की ट्रेनिंग दी गई है ताकि ये जवान एयरबेस पर होने वाले किसी भी संभावित आतंकवादी हमले से सफलतापूर्वक निपट सकें.

मेल टुडे की टीम ने रिपोर्ट के दौरान इस ट्रेनिंग स्कूल में दो दिन बिताया और यह महसूस किया कि इन जवानों को बहुत ही कठिन ट्रेनिंग दी जा रही है.

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