भारतीय सेना ने नियंत्रण रेखा पर नौशेरा सेक्टर में पाकिस्तानी चौकियों को ध्वस्त करने का वीडियो जारी कर पाक को केवल आईना दिखाया है. एक बानगी दी है कि पाकिस्तानी सेना को आतंकियों की मदद के लिए भारी कीमत चुकानी होगी और अंतर्राष्ट्रीय बिरादरी में जवाब देना होगा. सवाल उठता है कि आखिर भारत सेना को पाकिस्तान को सबूतों का ये सैंपल क्यों देना पड़ा? आखिर क्यों ये कहना पड़ा कि अगर घुसपैठ जारी रही तो और भी अधिक सक्रिय कार्रवाई होगी? इन सवालों का जवाब बीते एक हफ़्ते में हुई घटनाओं और सेना के ऑपरेशन्स में छुपा है.
आतंकियों के खतरनाक इरादे
बीते दिनों नौगाम में 30 घंटे तक चले एनकाउंटर के बाद सेना ने मारे गए आतंकियों से ऐसा साजो-सामान बरामद किया जो बताता है कि आतंकवादी किसी बड़े आत्मघाती हमले को अंजाम देने की तैयारी से आये थे. सैन्य सूत्र बताते हैं कि मारे गए चार आतंकियों के पास से 7 बोतल पैट्रोलियम जैली बरामद हुई. ठीक वैसी ही जैसी सितंबर 2016 में उरी में हुए आतंकी हमले के दौरान इस्तेमाल हुई थी. आतंकी इस जैली का इस्तेमाल आग से होने वाले नुकसान का दायरा बढ़ाने के लिए करते हैं. इसके अलावा आतंकी वाय मैक्स जैसे उन्नत कम्यनिकेशन उपकरणों से भी लैस थे. इनके सहारे हाई रेडियो फ्रीक्वेंसी (एचएफ) व वैरी हाई फ्रीक्वेंसी (वीएचएफ) का इस्तेमाल कर मोबाइल संदेश भेजे जा सकते हैं। इसी ऑपरेशन में आतंकियों से भारी नगदी भी बरामद हुई थी. ये सब सबूत इशारा करते हैं कि दहशतगर्द किसी बड़े ठिकाने को निशाना बनाने की साजिश रच रहे हैं.
काबू में करना होगा 'BAT'
17 -18 मई की मध्यरात्रि को पाकिस्तानी पोस्ट की ओर से आ रही फायरिंग का भारतीय सेना ने जवाब दिया. इस जवाबी फायरिंग में पाकिस्तानी सेना का एक कमांडो भी मारा गया. ये सवाल उठना लाजिमी है कि आखिर नियंत्रण रेखा की एक पोस्ट पर पाकिस्तानी सेना की स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप का कमांडो क्या कर रहा था? पाक सेना अपने इन कमांडो का इस्तेमाल सीमा पर भारतीय सैनिकों के खिलाफ बर्बर बैट एक्शन जैसी करतूतों के लिए करती है. खुफिया सूत्रों से सेना मुख्यालय तक इस बात की भी जानकारी पहुंची कि पाक सेना बैट कार्रवाई बढ़ाने की तैयारी कर रही है और हाजी पीर के अलावा बिंभर का इलाका उसके निशाने पर हो सकता है. हाजी पीर नौशेरा इलाके के नजदीक है. इसके बाद ही सरकार और सेना मुख्यालय ने पाकिस्तान को कार्रवाई का नमूना दिखाते हुए सख्त चेतावनी देने का फैसला किया गया.
सेना ने बदली रणनीति
इस बीच सेना ने पाकिस्तानी बैट से मुकाबले के लिए भी रणनीति मजबूत की है. सूत्रों के मुताबिक भारतीय सेना के कमांडोज को ऐसे किसी भी हमले की सूचना मिलने पर जवाबी कार्रवाई के लिए तैयार रहने को कहा गया है. इसके अलावा नियंत्रण रेखा की निगरानी करने वाले गश्ती दलों को भी पेट्रोलिंग का समय बदलते रहने को कहा गया है. भारतीय ने बीते दो दिनों में नियंत्रण रेखा के दोनों ओर संदेश दिया है. जहां बीते माह चुनावी टीम को बचाने के लिए कश्मीरी युवक को जीप में बांधकर पत्थरबाजों को सबक देने वाले मेजर लेतुल गोगोई को सेना प्रमुख का प्रशस्ति पत्र देने का ऐलान किया गया, वहीं पाकिस्तान को उसके ही ध्वस्त बंकरों और चौकियों का वीडियो दिखाकर आतंकियों की मदद से बाज आने को कहा गया. संदेश साफ है कि आतंक के हिमायतियों और मददगारों के लिए सजा तय है और उससे लड़ने वालों की शाबाशी.