सरहद पर पाकिस्तान और चीन की बढ़ती हिमाकत के बीच मोदी सरकार ने सीमित युद्ध की तैयारी शुरू कर दी है. सर्जिकल स्ट्राइक बाद से अब तक सेना ने करीब 12 हजार करोड़ का महत्वपूर्ण हथियार और बारूद खरीदा है.
बिना मंजूरी हथियार खरीदने की इजाजत
केंद्र सरकार ने पहली बार 40 दिन की लड़ाई के लिए तैयारी शुरू कर दी है. महत्वपूर्ण हथियार और जरूरी गोला बारूद खरीदने के लिए सेना की इमरजेंसी खरीद पावर बढ़ाई गई है. सेना के उपसेना अध्यक्ष की इमरजेंसी हथियार खरीदने की पावर को 40 हजार करोड़ कर दिया गया है. अब सेना बिना रक्षा मंत्री और कैबिनेट मंजूरी के कभी भी लड़ाई के लिए 40 हजार करोड़ के हथियार और गोला बारूद खरीद सकती है.
उरी आतंकी हमले के बाद खरीदे बारूद
इस संबंध में नोटिफिकेशन जारी किया गया है. दरसअल उरी आतंकी हमले के बाद केंद्र सरकार ने सेनाओं से लिमिटेड वॉर की तैयारियों के बारे में पूछा था. इसके बाद सरकार ने महत्वपूर्ण हथियार और गोला बारूद खरीदने के लिए उप सेना अध्यक्ष की इमरजेंसी पावर को 12 हजार करोड़ कर दिया था. इसके बाद इस साल मार्च तक सेना ने 12 हजार करोड़ खर्च करके 19 रक्षा सौदे करके महत्वपूर्ण बारूद खरीदे, जिसमें 11 सौदे गोला बारूद के लिए किये गए.
लड़ाई के लिए तैयार रहती है सेना
सेना के पास करीब 46 तरह के महत्वपूर्ण हथियार हैं, जिसमें 10 तरह के हथियारों के कलपुर्जे हैं. जबकि 20 तरह के गोला-बारूद और माइंस हैं. इसमें आर्टलरी और टैंक से जुड़ा गोला बारूद शामिल है. सेना हर समय किसी भी हालात में 40 दिन की लड़ाई की तैयारी रखती है.