आर्मी को अत्याधुनिक राइफल्स से लैस करने के लिए भारत सरकार ने हथियार खरीदने की कोशिश फिर से शुरू कर दी है. हालांकि, पिछली सरकार की हथियार खरीदने की योजना करप्शन और अन्य कारणों से पूरी नहीं हो पाई थी. रिपोर्ट्स के मुताबिक, पहले राउंड में 65 हजार असॉल्ट राइफल्स आर्मी को मिलेंगी.
टाइम्स ऑफ इंडिया की एक खबर के मुताबिक, पूरे प्रोजेक्ट में करीब 6647 करोड़ रुपया खर्च किया जाएगा. प्रोजेक्ट को काफी भारी-भरकम बताया जा रहा है. दूसरे राउंड में एक लाख 20 हजार राइफल्स इंडिया में ही बनाए जाने की योजना है. इस योजना से 12 लाख सैनिकों वाली सेना की क्षमता काफी बढ़ जाएगी.
कई फीचर से लैस होगी राइफल
रक्षा मंत्रालय के द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक, आर्मी 5.56 एमएम इनसास राइफल की जगह पर 7.62 एमए इन्टू 51 एमएम राइफल की जरूरत बता रही थी. नयी राइफल हल्का होगी और टार्गेट पर आसानी से हमला कर पाएगी. 500 मीटर से लेकर अधिक दूरी तक के टार्गेट के लिए यह काफी बेहतर होगी. इस राइफल में 40 एमएम अंडर बैरेल ग्रेनेड लॉन्चर भी फिट किया जा सकेगा. इसके साथ-साथ इसमें अन्य फीचर भी होंगे, जैसे कि लेजर टार्गेट प्वॉइंटर्स. ये राइफल अगले 25 से 30 साल तक के लिए उपयोगी रहेगी.
रक्षा मंत्रालय के रिक्वेस्ट फॉर प्रपोजल (RFI) के मुताबिक, औचपारिक तौर पर अप्रैल 2017 में विदेशी कंपनियों से राइफल खरीदने के लिए ग्लोबल टेंडर जारी किया जाएगा. रिपोर्ट्स के मुताबिक, कोल्ट (यूएस), बेरेटा (इटली), सिग सौर (यूरोप), सेस्का (चेक) और इजरायल वीपन इंडस्ट्रीज (आईडब्ल्यूआई) जैसी कंपनियां टेंडर में हिस्सा ले सकती हैं.