कोस्ट गार्ड के बेड़े में एक नया युद्धपोत 'विजय' शामिल हुआ है. शिप विजय आने वाले दिनों में बंगाल की खाड़ी के नजदीक पारादीप में तैनात होगा. ये आधुनिक मेक इन इंडिया शिप बंगाल की खाड़ी में आतंकी गतिविधियों, तस्करी और खास तौर पर रोहिंग्या की घुसपैठ पर कड़ी नजर रखेगा. शिप विजय 98 मीटर लंबा है. यह तमाम अत्याधुनिक हथियारों और संचार उपकरणों से लैस है.
क्या है खासियत?
'आजतक' को मिली जानकारी के मुताबिक, पीएम मोदी के मेक इन इंडिया मिशन के तहत पहली बार प्राइवेट कंपनी का बनाया देशी युद्धपोत विजय कोस्ट गार्ड के बेड़े में शामिल किया गया है. लार्सन एंड टुब्रो ने ये युद्धपोत बनाया है. युद्धपोत को एडवांस लाइट हेलिकॉप्टर, स्पीड बोट और आधुनिक संचार तंत्र से लैस किया गया है. इस नए युद्धपोत में 94 नाविक और 12 अफसर सवार हो सकते हैं. 6 हजार किमी लंबी समुद्री सरहद की निगरानी में कोस्ट गार्ड का ये नया शिप अहम भूमिका निभाएगा.
इस ख़ास जेमिनी बोट पर 6 कमांडो सवार होते हैं. समुद्र की तेज लहरों के बीच जेमिनी बोट तेजी के साथ संदिग्ध फिशिंग बिट बोट को घेर लेती है. आतंकवादियों के खिलाफ किसी भी ऑपरेशन में चेतक हेलिकॉप्टर शिप और हाई स्पीड बोट को लगातार एयर स्पोर्ट देता रहता है.
चेन्नई में एक खास समारोह में रक्षा सचिव संजय मित्रा ने युद्धपोत विजय को कोस्ट गार्ड के बेड़े में शामिल किया. इस मौके पर रक्षा सचिव ने कहा कि देश की समुद्री सरहद को और मजबूत बनाने के लिए मोदी सरकार हर संभव कदम उठा रही है. पीएम मोदी मेक इन इंडिया मिशन के तहत ये एक बड़ा कदम है.
रोहिंग्या की घुसपैठ पर रखेगा कड़ी नजर शिप विजय
कोस्ट गार्ड का ये आधुनिक शिप आने वाले दिनों में बंगाल की खाड़ी के पास पारादीप में तैनात होगा. ये नया युद्धपोत समुद्र में बढ़ते आतंक से मुकाबले में मददगार होगा. ख़ासतौर से आने वाले दिनों में बांग्लादेश और म्यांमार से रोहिंग्या घुसपैठ को रोकने के लिए यह शिप दिन रात निगरानी की जिम्मेदारी संभालेगा. इस नई चुनौती से निपटने के लिए इस शिप को खासतौर से तैयार किया गया है.
बंगाल की खाड़ी की सरहद पर तैनात होगा विजय शिप
2200 टन वजन वाले विजय शिप की लंबाई 98 और चौड़ाई 16 मीटर है. शिप के अधिकारी कमांडेंट हरिंदर जीत सिंह ने बताया कि शिप को सभी तरह के आधुनिक हथियारों और संचार तंत्र से लैस किया गया है. विजय शिप आने वाले दिनों में बंगाल की खाड़ी की सरहद पर तैनात होगा. ये नया शिप समंदर में बढ़ते आतंक से मुकाबले में मददगार होगा. इस समय कोस्ट गार्ड के बेड़े में 117 शिप हैं. लेकिन पीएम मोदी के मेक इन इंडिया मिशन के तहत आने वाले दिनों में 10 नए युद्धपोत शामिल होंगे.
बढ़ती अर्थव्यवस्था के लिए समुद्री सुरक्षा जरूरी- राजेंद्र सिंह
कोस्ट गार्ड के महानिदेशक राजेंद्र सिंह ने बताया कि देश की समुद्री सरहद को और मजबूत बनाने के लिए सरकार हर संभव कदम उठा रही है. देश की बढ़ती अर्थव्यवस्था के लिए समुद्री सुरक्षा जरूरी है. कोस्ट गार्ड इस काम में अहम भूमिका निभा रही है. 7,500 किलोमीटर में फैले देश के समुद्री तट में 24 किलोमीटर से लेकर 200 तक निगरानी की जिम्मेदारी कोस्ट गार्ड की है. 400 किलोमीटर तक निगरानी की जिम्मेदारी नेवी के पास है. 26/11 के हमले के बाद नौसेना और कोस्ट गार्ड के बीच तालमेल बढ़ाया गया है.