इन्फोसिस के संस्थापक एनआर नारायणमूर्ति ने विश्वास जताया है कि भारतीय साफ्टवेयर कंपनियां अमेरिकी में वीजा शुल्क में हाल ही में की गई बढोतरी का मुकाबला अपनी अच्छी प्रतिस्पर्धी क्षमता के बल बूते कर लेंगी.
वे शनिवार को एक कार्य्रकम को संबोधित कर रहे थे. उन्होंने कहा कि अपनी नीतियां तय करने का अधिकार अमेरिका को है. नारायणमूर्ति ने कहा, हमें इसे स्वीकार करना होगा और नये विधान के तहत इसका मुकाबला करना होगा. उन्होंने कहा कि अपनी आय उत्पादकता बढाने तथा और मजबूत होने के लिए उन्नयन महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है.
अमेरिका में एच1बी तथा एल1 वीजा के लिए नये शुल्क इसी माह लगाए गए हैं जिनसे भारतीय साफ्टवेयर कंपनियों को सालाना 20 करोड़ डालर का अतिरिक्त बोझ पड़ेगा.
नारायणमूर्ति ने कहा सार्वजनिक जीवन में बड़े पैमाने वाली प्रणालीगत समस्याओं के समाधान के लिए अनुसंधान संसधानों को प्रोत्साहित किया जाना चाहिए.
इस अवसर पर नारायणमूर्ति की किताब 'ए बेटर इंडिया, ए बैटर वर्ल्ड' मराठी संस्करण का विमोचन भी किया गया. अनुवाद चित्रा वालिंबे ने किया है.