पाकिस्तान स्थित आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के ठिकानों पर भारतीय वायुसेना के हवाई हमलों के बाद भारत के विभिन्न रक्षा विशेषज्ञों ने अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त की है. इन विशेषज्ञों ने भारतीय वायु सेना द्वारा की गई इस जवाबी कार्रवाई की सराहना की है और कहा कि इस हमले के बाद पाकिस्तान को कड़ा संदेश मिल गया है. वहीं, एक पूर्व वायुसेना प्रमुख ने कहा है कि इस हमले के बाद भारत को सतर्क रहना चाहिए क्योंकि पाकिस्तान जल्द प्रतिक्रिया जाहिर कर सकता है.
पूर्व सैन्य सचिव लेफ्टिनेंट जनरल (अवकाशप्राप्त) सैयद अता हसनैन ने इस कार्रवाई को अच्छी तरह सोच-समझ कर दिया गया उचित जवाब करार दिया.
उन्होंने कहा कि यह हमलों को रोकने के लिए किया गया हमला है और हम काफी अंदर तक गए, इसलिए पाकिस्तान की ओर से इनकार किए जाने की कोई संभावना नहीं है.
पूर्व रक्षामंत्री ए के एंटनी ने कहा, पाकिस्तान को समझना होगा कि वह भारत के सशस्त्र बलों की शक्ति का मुकाबला नहीं कर सकता.
विदेश सचिव विजय गोखले ने इस हमले की औपचारिक पुष्टि करते हुए कहा कि भारत ने मंगलवार की सुबह 3 बजकर 30 मिनट पर जैश-ए-मोहम्मद के आतंकी शिविर पर हवाई हमला किया जिसमें बड़ी संख्या में आतंकवादी और उनके प्रशिक्षक मारे गए.
हसनैन ने कहा कि हमने केवल आतंकी शिविर को निशाना बनाया. हमने किसी सैन्य या असैन्य इलाके को निशाना नहीं बनाया. हमारा कदम ऐसा है कि अगर ऐसे में स्थिति भड़कती है तो उसकी जिम्मेदारी पाकिस्तान की होगी. तो वहीं पंद्रहवीं और 21वीं कोर के पूर्व जनरल ऑफिसर कमांडिंग ने कहा, इस उद्देश्य पर अंतरराष्ट्रीय समुदाय लगातार हमारे साथ खड़ा रहेगा और राजनयिक तथा अन्य माध्यमों से मिले समर्थन का प्रभाव जारी रहेगा.
रिटायर्ड लेफ्टिनेंट जनरल अजय सिंह ने कहा कि उनकी भावना मिश्रित है. यह दुधारी तलवार की तरह है. कार्रवाई ने जहां देश को जोश और देशभक्ति से भर दिया है, वहीं इससे पाकिस्तान चौकन्ना भी हो गया है
वर्ष 1962, 1965 और 1971 की जंग में हिस्सा ले चुके 84 वर्षीय लेफ्टिनेंट जनरल ने कहा, पाकिस्तान को संदेश पहुंच गया है, लेकिन हमने पाकिस्तान को चौकन्ना कर दिया है, और अब वे सतर्कता बरतेंगे.
पूर्व वायुसेना प्रमुख एस कृष्णास्वामी ने ऐसा कदम उठाने के लिए सरकार की सराहना की, लेकिन आगाह किया कि पाकिस्तान की ओर से प्रतिक्रिया हो सकती है. उन्होंने कहा, पाकिस्तान की ओर से प्रतिक्रिया स्वाभाविक है. यदि पाकिस्तान की ओर से 48 घंटे के भीतर प्रतिक्रिया नहीं होती है तो मुझे आश्चर्य होगा.
रिटायर्ड लेफ्टिनेंट जनरल बलजीत सिंह जसवाल ने कहा, सटीक हमला हमारी क्षमता है. एक आश्चर्यजनक काम और इसकी तारीफ होनी चाहिए. सरकार की इच्छाशक्ति कार्रवाई में तब्दील हो गई. हम पाकिस्तान की हरकतों को और सहन नहीं कर सकते.