विश्व की वित्तीय उथल पुथल से फैले डर से भारत में पड़ने वाले प्रभाव को खारिज करते हुए अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष ने कहा कि देश की अर्थव्यवस्था अच्छा करती रहेगी.
अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष अनुसंधान विभाग के आर्थिक काउंसलर और निदेशक ओलिवर ब्लैंचर्ड ने कहा कि कुल मिलाकर, भारतीय अर्थव्यवस्था लगातार अच्छी बनी रहेगी.
उन्होंने कहा कि वैश्विक नकदी समस्या के कारण भारत को थोड़ी दिक्कत होगी लेकिन इससे भारत पर बहुत प्रभाव पड़ता नहीं दिखता है. विश्व आर्थिक आउटलुक के अनुमान के अनुसार भारत की सकल घरेलू उत्पाद की विकास दस 2008-09 में 7.9 फीसदी रहने की संभावना है, जो 2009-10 में गिरकर 6.9 फीसदी जा सकती है.
आईएएफ के अधिकारियों ने कहा कि हम अनुमान लगा रहें हैं कि भारत की विकास दर 2008 में 8 फीसदी तक और 2009 में सात फीसदी तक गिरकर आ जाएगी, लेकिन सात फीसदी इसके बावजूद विकास की मजबूत दर है.
उन्होंने कहा कि 7 फीसदी की विकास दर, जब विश्व अर्थव्यवस्था ढलान पर है, भारत की आंतरिक विकास गतिशिलता को दिखाती है.