भारतीय पुरुष हाकी टीम के राष्ट्रीय कोच हरेंद्र सिंह ने मंगलवार को चीन के ग्वांग्झू में हो रहे एशियाई खेलों के दौरान सेमीफाइनल में मलेशिया के हाथों 3-4 की शिकस्त के बाद अपने पद से इस्तीफा दे दिया.
इस हार के साथ भारत की स्वर्ण पदक जीतकर 2012 लंदन ओलंपिक के लिए क्वालीफाई करने की उम्मीदें भी टूट गई. मलेशिया ने 75वें मिनट में मोहम्मद अमीन रहीम के गोल्डन गोल की मदद से फाइनल में जगह बनाई जहां उसका सामना सात बार के चैम्पियन पाकिस्तान से होगा.
हरेंद्र ने इस हार के तुरंत बाद सेमीफाइनल में टीम के खराब प्रदर्शन की पूरी जिम्मेदारी लेते हुए हाकी इंडिया के महासचिव नरेंद्र बत्रा को इस्तीफा दे दिया. उन्होंने बत्रा को भेजे इस्तीफे में लिखा है, ‘मलेशिया के खिलाफ सेमीफाइनल मैच में टीम के खराब प्रदर्शन को देखते हुए मैं पुरुष हाकी टीम के राष्ट्रीय कोच के पदक से तुरंत प्रभाव से इस्तीफा देता हूं.’ {mospagebreak}
हरेंद्र ने कहा, ‘मैं 16वें एशियाई खेलों में हार की नैतिक जिम्मेदारी स्वीकार करता हूं.’ अपने इस्तीफे में हरेंद्र ने हाकी इंडिया और विभिन्न सरकारी संस्थाओं के अलावा खिलाड़ियों का भी राष्ट्रीय टीम के साथ उनके कार्यकाल के दौरान समर्थन के लिए आभार व्यक्त दिया. बत्रा ने हालांकि कहा कि महासंघ इस अहम समय में हरेंद्र का इस्तीफा स्वीकार नहीं कर सकता और उन्हें पद पर बने रहने के लिए कहेगा.
बत्रा ने कहा, ‘मुझे उसका ईमेल मिला और उससे फोन पर भी बात हुई. मैंने उसे कहा कि यह भावुक होने का सही समय नहीं है. हमें कांस्य पदक का मुकाबला खेलना है और मैंने उसे उस मैच पर ध्यान देने को कहा.’
उन्होंने कहा, ‘यह अच्छी बात है कि उसने नैतिक जिम्मेदारी ली लेकिन यह ऐसा कदम उठाने के लिए सही समय नहीं है. भारत लौटने के बाद भी यह मामला निपटाया जा सकता है.’ बत्रा ने कहा, ‘मैंने उसे टीम के साथ बने रहने और एक साथ काम करने के लिए कहा है जिससे कि हम कांस्य पदक के साथ लौट सकें.’