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PM को अगले साल GST बिल पास होने का भरोसा, कहा- भारत में बढ़ रहा है विदेशी निवेश

अपनी तीन दिवसीय भारत यात्रा के दूसरे दिन जर्मन चांसलर एंजेला मर्केल मंगलवार को बेंगलुरु पहुंच गई हैं. उनके साथ भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी हैं. नेसकॉम के इवेंट में हिस्सा लेते हुए चांसलर मर्केल ने कहा कि बेंगलुरु में जर्मनी की इंजीनियरिंग और भारत की आईटी विशेषज्ञता का मिलन होता है, वहीं पीएम ने कहा कि भारत-जर्मनी के आर्थिक संबंधों में जबरदस्त क्षमता है.

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आईटी इवेंट के दौरान एंजेला मर्केल और प्रधामनंत्री नरेंद्र मोदी
आईटी इवेंट के दौरान एंजेला मर्केल और प्रधामनंत्री नरेंद्र मोदी

अपनी तीन दिवसीय भारत यात्रा के दूसरे दिन जर्मन चांसलर एंजेला मर्केल मंगलवार को बेंगलुरु पहुंच गई हैं. उनके साथ भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी हैं. नेसकॉम के इवेंट में हिस्सा लेते हुए चांसलर मर्केल ने कहा कि बेंगलुरु में जर्मनी की इंजीनियरिंग और भारत की आईटी विशेषज्ञता का मिलन होता है, वहीं पीएम ने कहा कि भारत-जर्मनी के आर्थिक संबंधों में जबरदस्त क्षमता है.

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अपने संबोधन में प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि उन्हें 2016 तक GST बिल के पास होने की उम्मीद है. उन्होंने कहा, 'भारत में समय के साथ विदेशी निवेश बढ़ रहा है. भारत पर मंदी का असर नहीं है. पिछले 15 महीनों में हमने कड़ी मेहनत से भारत को व्यवसाय के अनुकूल बनाने का प्रयास किया है. हमें मैनुफेक्चरिंग के क्षेत्र को और बढ़ावा देने की जरूरत है. हमने इंडस्ट्री और इंफ्रास्ट्रक्चर के क्षेत्र में फास्ट ट्रैक अप्रूवल की व्यवस्था की.'

प्रधानमंत्री ने साफ शब्दों में कहा कि सरकार का व्यापार करने का कोई इरादा नहीं है. लेकिन वह टैक्स की व्यवस्था को और पारदर्शी बनाने और देश को व्यापारिक केंद्र के तौर पर विकिसत करने में कोई कसर नहीं छोड़ना चाहते. पीएम ने कहा, 'हमने स्टार्ट अप इंडिया कैंपेन की शुरुआत की और मैं यह बताना चाहता हूं कि भारत आईटी रेवोल्यूशन की चौखट पर खड़ा है. भारत आज से पहले कभी बाहर से आ रही तकनीक, निवेश और टैलेंट का बखूबी इस्तेमाल के लिए तैयार नहीं था.'

पीएम ने कहा कि भारत बौद्धिक संपदा अधिकार की रक्षा के लिए प्रतिबद्ध है.

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'जर्मनी में भारतीय निवेशकों का स्वागत है'
नेशनल एसोसिएशन ऑफ सॉफ्टवेयर एंड सर्विस कंपनी (नेसकॉम) के आईटी इवेंट में मर्केल ने कहा, 'बेंगलुरु में 170 जर्मन कंपनियां हैं, जो दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय संबंधों की बानगी है. दोनों देशों के पास डिजिटाइजेशन, इंफ्रास्ट्रक्चर, ऊर्जा आदि के क्षेत्र में अपार संभावनाएं हैं.' मर्केल ने कहा कि वह जर्मनी के लिए सिर्फ इतना कह सकती हैं कि वहां भारतीय निवेशकों का खुले दिल से स्वागत किया जाएगा. नेसकॉम के इवेंट से पहले चांसलर मर्केल और प्रधानमंत्री मोदी ने जर्मनी की कलपुर्जा बनाने वाली प्रतिष्ठि‍त कंपनी बोश के इंजीनियरिंग और इनोवेशन सेंटर का दौरा किया. मंगलवार को दोनों नेताओं के बीच एग्जीक्यूटिव से इनोवेशन और रिसर्च पर बातचीत होगी, ताकि सरकार के मेक इन इंडिया और डिजिटल इंडिया कार्यक्रम को प्रमोट किया जा सके. सोमवार को हैदराबाद हाउस में हुई थी मुलाकात
जर्मन चांसलर सोमवार की रात को ही दिल्‍ली से बेंगलुरू पहुंच गई थीं. जबकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मंगलवार सुबह यहां पहुंचे. सोमवार को दोनों नेताओं के बीच दिल्‍ली के हैदराबाद हाउस में तीन घंटे लंबी बातचीत चली. इसके बाद दोनों देशों के बीच 18 समझौतों पर हस्‍ताक्षर हुआ. सोमवार को साझा बयान जारी करते हुए पीएम मोदी ने कहा था कि भारत के लिए जर्मनी नेचुरल पार्टनर है.

दोनों देशों ने 2.25 अरब डॉलर के समझौतों पर हस्‍ताक्षर किए हैं. पेरिस में दिसंबर में होने वाली अहम यूएन क्‍लाइमेट चेंज टॉक्स के पहले भारत के क्‍लीन एनर्जी कॉरिडोर के विकास और सोलर एनर्जी इंडस्‍ट्री में जर्मनी निवेश करेगा.

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