अपनी तीन दिवसीय भारत यात्रा के दूसरे दिन जर्मन चांसलर एंजेला मर्केल मंगलवार को बेंगलुरु पहुंच गई हैं. उनके साथ भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी हैं. नेसकॉम के इवेंट में हिस्सा लेते हुए चांसलर मर्केल ने कहा कि बेंगलुरु में जर्मनी की इंजीनियरिंग और भारत की आईटी विशेषज्ञता का मिलन होता है, वहीं पीएम ने कहा कि भारत-जर्मनी के आर्थिक संबंधों में जबरदस्त क्षमता है.
अपने संबोधन में प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि उन्हें 2016 तक GST बिल के पास होने की उम्मीद है. उन्होंने कहा, 'भारत में समय के साथ विदेशी निवेश बढ़ रहा है. भारत पर मंदी का असर नहीं है. पिछले 15 महीनों में हमने कड़ी मेहनत से भारत को व्यवसाय के अनुकूल बनाने का प्रयास किया है. हमें मैनुफेक्चरिंग के क्षेत्र को और बढ़ावा देने की जरूरत है. हमने इंडस्ट्री और इंफ्रास्ट्रक्चर के क्षेत्र में फास्ट ट्रैक अप्रूवल की व्यवस्था की.'
There is tremendous potential in India-Germany economic relationship: PM Modi pic.twitter.com/91bYxoVoPK
— ANI (@ANI_news) October 6, 2015
प्रधानमंत्री ने साफ शब्दों में कहा कि सरकार का व्यापार करने का कोई इरादा नहीं है. लेकिन वह टैक्स की व्यवस्था को और पारदर्शी बनाने और देश को व्यापारिक केंद्र के तौर पर विकिसत करने में कोई कसर नहीं छोड़ना चाहते. पीएम ने कहा, 'हमने स्टार्ट अप इंडिया कैंपेन की शुरुआत की और मैं यह बताना चाहता हूं कि भारत आईटी रेवोल्यूशन की चौखट पर खड़ा है. भारत आज से पहले कभी बाहर से आ रही तकनीक, निवेश और टैलेंट का बखूबी इस्तेमाल के लिए तैयार नहीं था.'पीएम ने कहा कि भारत बौद्धिक संपदा अधिकार की रक्षा के लिए प्रतिबद्ध है.
We expedited regulatory clearances, increased validity of industrial licenses: PM pic.twitter.com/HyukG2OOzR
— ANI (@ANI_news) October 6, 2015
'जर्मनी में भारतीय निवेशकों का स्वागत है'Chancellor Merkel : PM Modi and I are working together for reform of the UN Security Council through the G-4. pic.twitter.com/f3WokM1lhN
— Vikas Swarup (@MEAIndia) October 6, 2015
नेसकॉम के इवेंट से पहले चांसलर मर्केल और प्रधानमंत्री मोदी ने जर्मनी की कलपुर्जा बनाने वाली प्रतिष्ठित कंपनी बोश के इंजीनियरिंग और इनोवेशन सेंटर का दौरा किया. मंगलवार को दोनों नेताओं के बीच एग्जीक्यूटिव से इनोवेशन और रिसर्च पर बातचीत होगी, ताकि सरकार के मेक इन इंडिया और डिजिटल इंडिया कार्यक्रम को प्रमोट किया जा सके.PM Narendra Modi with German Chancellor Angela Merkel at Robert Bosch Engineering and Innovation Centre, Bengaluru. pic.twitter.com/4JQypPvpA1
— ANI (@ANI_news) October 6, 2015
सोमवार को हैदराबाद हाउस में हुई थी मुलाकातदोनों देशों ने 2.25 अरब डॉलर के समझौतों पर हस्ताक्षर किए हैं. पेरिस में दिसंबर में होने वाली अहम यूएन क्लाइमेट चेंज टॉक्स के पहले भारत के क्लीन एनर्जी कॉरिडोर के विकास और सोलर एनर्जी इंडस्ट्री में जर्मनी निवेश करेगा.