नेपाल पुलिस ने भारत-नेपाल सीमा पर आंदोलन कर रहे मधेशी प्रदर्शनकारियों पर सोमवार तड़के लाठियां बरसाईं और उनके तंबुओं को जला डाला. इस दौरान की गई गोलीबारी में एक 19 साल के भारतीय युवक की मौत हो गई.
बिहार का रहने वाला था युवक
गृह मंत्रालय के सूत्रों के मुताबिक बीरगंज सीमा शुल्क चौकी के पास शंकराचार्य गेट पर प्रदर्शनकारियों पर पुलिस द्वारा की गई गोलीबारी में बिहार का रहने वाला आशीष राम मारा गया. राम के सिर में गोलियां लगीं और अस्पताल ले जाने पर उसे मृत घोषित कर दिया गया.
करीब 200 खाली ट्रक भारत में घुसे
पुलिस ने बताया कि राम के मोबाइल फोन से उसके मामा को फोन किया गया, जिसके बाद उसकी पहचान हुई. नेपाल की पुलिस द्वारा मधेशी प्रदर्शनकारियों पर लाठीचार्ज के बाद बीरंगज के विभिन्न हिस्सों में संघर्ष छिड़ गया. पुलिस द्वारा इलाके पर थोड़े समय के लिए नियंत्रण करने के दौरान सीमा के पास नेपाल की तरफ खड़े करीब 200 खाली ट्रक भारतीय सीमा में घुसे.
इलाके में अनिश्चिकालीन कर्फ्यू
पुलिस ने प्रदर्शनकारियों के टेंट जला दिए, भारत- नेपाल सीमा के पास मितेरी पुल से उन्हें हटा दिया गया और पिछले 40 दिनों में पहली बार बीरगंज-रक्सौल सीमा व्यापार स्थल को खोला गया. इलाके में हिंसा के बाद अधिकारियों ने अनिश्चिकालीन कर्फ्यू लगा दिया है.
WATCH: Nepal Police opens fire on Madhesi protesters in Raxaul, one Indian man killed. pic.twitter.com/ULsVy3SVvq
— ANI (@ANI_news) November 2, 2015
पुलिस के जवान भी जख्मी
पुलिस ने कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए रबर की कई गोलियां चलाईं, जिसमें कई प्रदर्शनकारी जख्मी हो गए. प्रदर्शनकारियों के पथराव में नेपाल पुलिस और हथियारबंद पुलिस बल के आठ जवान भी जख्मी हो गए.
पांच प्रदर्शनकारी गिरफ्तार
गृह मंत्रालय के प्रवक्ता लक्ष्मी प्रसाद ढाकल ने कहा कि पुलिस ने बीरगंज-रक्सौल व्यापार स्थल को खोलने के लिए सुबह करीब साढ़े चार बजे धावा बोला और पांच प्रदर्शनकारियों को गिरफ्तार कर लिया. इस व्यापार स्थल से करीब 70 फीसदी द्विपक्षीय व्यापार होता है.
इनपुट- भाषा