पुणे धमाके की साजिश की परतें अब धीरे-धीरे खुलने लगी हैं. जांज एजेंसियों के मुताबिक इसके पीछे इंडियन मुजाहिद्दीन के आतंकियों के शामिल होने के पुख्ता सबूत हैं. ब्लास्ट में सिमी के आतंकियों के हाथ होने की आशंका जताई जा रही है. इस घटना पर गृह मंत्रालय को राज्य पुलिस ने रिपोर्ट सौंप दी है.
पुणे के फरासखाना पुलिस थाने की पार्किंग में हुए बम ब्लास्ट में घायल 3 लोगों के कसूरवार के तौर पर किसी भी आतंकी संगठन का नाम साफ तौर पर सामने नहीं आया है. लेकिन शक की सूई अब इंडियन मुजाहिदीन और सिमी के आतंकियों की ओर मुड़ चुकी है. पहले महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण ने कहा कि धमाके के पीछे आतंकी साजिश की आशंका है. लेकिन अब जांच एजेंसी के सूत्रों के मुताबिक इसके पीछे आईएम और सिमी के दहशतगर्दों का हाथ है.
पाकिस्तानी आकाओं ने दिया था पुलिसवालों को टारगेट बनाने का आदेश
दिल्ली पुलिस और एनआईए ने आईएम आतंकी यासिन भटकल और रियाज भटकल के बीच इंटरनेट के जरिए होने वाली चैटिंग को पकड़ा था जिसमे पुणे को दहलाने की साजिश पर बात हो रही थी. एनआईए के पास पाकिस्तान में मौजूद आईएम के आतंकी और भारत में आईएम आतंकियों के बीच चैटिंग की जानकारी भी है.
जांच एजेंसियां ये भी मान रही हैं कि मध्य प्रदेश की जेल से फरार चल रहे सिमी के आतंकी भी इस धमाके के पीछे हो सकते हैं. ये भी खुलासा हुआ है कि धमाका बेशक छोटा था लेकिन मंसूबा कुछ बड़ा करने का था