सरकार ने इंडियन मुजाहिदीन को शुक्रवार को आतंकवादी संगठन घोषित कर दिया. इंडियन मुजाहिदीन को प्रतिबंधित सिमी और पाकिस्तानी आतंकवादी संगठन लश्कर-ए-तय्यबा का मुखौटा संगठन माना जाता है.
यह आतंकवादी संगठन कथित तौर पर दिल्ली, उत्तर प्रदेश, बैंगलोर और मुंबई में विस्फोट की घटनाओं में शामिल रहा है. उसे सरकार ने गैर कानूनी गतिविधि निरोधक अधिनियम के तहत आतंकवादी संगठनों की सूची में शामिल कर लिया है.
गृह मंत्रालय ने एक वक्तव्य में बताया, ‘एक आदेश जारी किया गया है जिसमें इंडियन मुजाहिदीन और उससे जुड़े सभी संगठनों को गैर कानूनी गतिविधि निरोधक अधिनियम, 1967 के तहत आतंकवादी संगठनों की सूची में शामिल कर लिया गया है.’ इंडियन मुजाहिदीन 23 फरवरी, 2005 को उस समय चर्चा में आया जब उसने कथित तौर पर वाराणसी में विस्फोट की घटना को अंजाम दिया. उस विस्फोट में आठ लोग घायल हुए.
गृह मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि ऐसा समझा जाता है कि यह आतंकवादी संगठन पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई के प्रत्यक्ष नियंत्रण में है. उसने अब तक देश के विभिन्न हिस्सों में 10 से अधिक विस्फोट की घटनाओं को अंजाम दिया है. इन घटनाओं में करीब 500 लोग मारे गए हैं.
इंडियन मुजाहिदीन ने सबसे खतरनाक हमला 2006 में किया था जब राष्ट्रीय राजधानी में कई सिलसिलेवार धमाकों में 66 लोग मारे गए थे. आमिर रजा खान इंडियन मुजाहिदीन के संस्थापक सदस्यों में से एक हैं. इसे आईएसआई ने प्रत्यक्ष रूप से भारतीय मुखौटा संगठनों के जरिए आतंक फैलाने के लिए गठित किया था. आतंकवादी संगठन का फिलहाल इकबाल भटकल प्रमुख है.