भारतीय नौसेना प्रमुख आरके धवन ने बुधवार को कमांडरों से अपील की कि वे किसी भी समय किसी भी तरह के मुकाबले के लिए तैयार रहें. नौसेना कमांडरों के सम्मेलन को संबोधित करते हुए धवन ने भारत की भौगोलिक स्थिति व सुरक्षा हालात पर जोर दिया.
नौसेना प्रमुख ने कहा कि अपने हित वाले क्षेत्रों में किसी भी प्रकार की चुनौती से निपटने के लिए तत्परता व सतत निगरानी की जरूरत है और उन्होंने अपने समुद्री क्षेत्र में किसी भी प्रकार की चुनौती से निपटने के लिए कमांडरों से हर वक्त तैयार रहने को कहा.
सात सालों से नहीं होने दिया हाईजैक
धवन ने अदन की खाड़ी और अरब सागर में भारतीय द्वीपों के निकट समुद्री डकैती के प्रयास को नाकाम करने के लिए नौसेना के प्रयास की प्रशंसा की. उन्होंने इस बात पर जोर देते हुए कहा कि भारतीय नौसेना के प्रयास के कारण अक्टूबर 2008 से लेकर अब तक भारत का एक भी जहाज हाईजैक नहीं हुआ.
नौसेना के स्वदेशीकरण का रोडमैप
सोमवार को शुरू हुए सम्मेलन में नौसेना के शीर्ष कमांडरों ने ऑपरेशन, परिस्थितियों का सामना, प्रशासन व भारतीय नौसेना के आधुनिकीकरण व स्वदेशीकरण पर विचार
विमर्श किया. एक आधिकारिक बयान में कहा गया कि सम्मेलन के दौरान चर्चा 'मेक इन इंडिया' की तर्ज पर साल 2030 तक नौसेना के स्वदेशीकरण के लिए एक रोडमैप का काम करेगी.
भारतीय शिपयार्ड में 47 जहाजों का निर्माण
फिलहाल भारतीय शिपयार्ड में नौसेना के 47 जहाजों का निर्माण हो रहा है. सम्मेलन के दौरान अन्य मुद्दों में ई-गवर्नेस व सैनिकों की संख्या बढ़ाने पर भी चर्चा हुई. नौसेना प्रमुख ने क्रियान्वयन होने वाले विभिन्न परियोजनाओं की समीक्षा की और नौसेना अड्डों पर कम कार्बन के उत्सर्जन के लिए हरित प्रौद्योगिकी पर जोर दिया. उन्होंने कोस्टल सिक्योरिटी कंस्ट्रक्ट व फरवरी 2016 में होने वाले इंटरनेशनल फ्लीट रिव्यू (आईएफआर) की भी समीक्षा की.
इनपुट: IANS