भारतीय रेलवे और इंस्टिट्यूट ऑफ कॉस्ट एकाउण्टेंट्स ऑफ इंडिया (आईसीडब्ल्यूएआई) मैनेजमेंट एकाउंटिंग रिसर्च फाउण्डेशन (एमएआरएफ) के बीच एक करार हुआ है. इस करार के तहत आईसीडब्ल्यूएआई–एमएआरएफ भारतीय रेलवे में मौजूदा कॉस्ट सिस्टम का गंभीरता से अध्ययन करेगा और अलग-अलग क्षेत्रों में कार्यक्षमता को बेहतर करने के लिए आय और खर्च के आंकड़ों और बेहतर मैनेजमेंट पर अपनी रिपोर्ट देगा. इस परियोजना की शुरुआत उत्तर रेलवे के मुख्य कार्यालय बड़ौदा हाउस में आयोजित एक सादे समारोह में की गई.
उत्तर रेलवे के वित्त सलाहकार एवं मुख्य लेखा अधिकारी ए.के. प्रसाद ने कहा कि इस अध्ययन से रेलमंत्री सुरेश प्रभु के नेतृत्व में चलाए जा रहे ‘मिशन बियॉण्ड बुक कीपिंग’ को पूरा करना संभव हो सकेगा. उन्होंने कहा कि यह अध्ययन उत्तर रेलवे के लिए चुनौतीपूर्ण होने के साथ-साथ पेशेवर दृष्टि से संतोषजनक होगा.
उत्तर रेलवे के वित्त सलाहकार एवं मुख्य लेखा अधिकारी ने आशा प्रकट की कि उत्तर रेलवे के सभी विभाग इस अध्ययन के लिए सूचनाएं एवं सहयोग देने के साथ-साथ परियोजना को पूरा सहयोग भी देंगे. रेलवे बोर्ड के सलाहकार और लेखा सुधार सालेचा ने इस परियोजना के प्रति रेल मंत्रालय, नीति आयोग और प्रधानमंत्री कार्यालय द्वारा दिए जा रहे महत्व को सामने रखा.