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रेलवे का फैसला, PM मोदी की तस्वीरों वाले टिकट होंगे वापस

रेलवे ने कहा कि उसके सभी 17 मंडलों को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तस्वीरों वाले टिकटों का इस्तेमाल नहीं करने को लेकर निर्देश दिए गए हैं. एक अधिकारी ने कहा कि यह खुद से लिया गया फैसला है. हमें इस संबंध में चुनाव आयोग की ओर से कोई निर्देश नहीं मिला है.

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रेलवे प्रधानमंत्री मोदी की तस्वीरों वाला टिकट हटाया (फोटो-ट्विटर)
रेलवे प्रधानमंत्री मोदी की तस्वीरों वाला टिकट हटाया (फोटो-ट्विटर)

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भारतीय रेलवे ने आदर्श आचार संहिता लगे होने के कारण बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तस्वीरों वाले टिकट वापस लेने का फैसला किया. यह टिकट एक केंद्रीय मंत्रालय के विज्ञापन अभियान का हिस्सा थे. पिछले दिनों लोकसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान होने के बाद देशभर में आचार संहित लागू हो गई है और चुनाव आयोग इससे संबंधित हर शिकायत पर गौर कर रहा है.

रेलवे के सूत्रों ने कहा कि तृणमूल कांग्रेस ने यह आरोप लगाते हुए चुनाव आयोग का दरवाजा खटखटाया था कि इस तरह के टिकटों का उपयोग आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन है. इसके बाद रेलवे ने स्वत: संज्ञान लेते हुए इन्हें वापस लेने के फैसला लिया. 10 मार्च को लोकसभा चुनाव के ऐलान के बाद से ही देश में आचार संहिता लागू है. उन्होंने बताया कि इस तरह के लगभग एक लाख टिकट छपे थे और कुछ शेष हैं.

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रेलवे ने कहा कि उसके सभी 17 मंडलों को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तस्वीरों वाले टिकटों का इस्तेमाल नहीं करने को लेकर निर्देश दिए गए हैं. एक अधिकारी ने कहा कि यह खुद से लिया गया फैसला है. हमें इस संबंध में चुनाव आयोग की ओर से कोई निर्देश नहीं मिला है.

चुनाव आयोग ने चुनाव की तारीखों का ऐलान करने के साथ ही सभी राजनीतिक दलों को यह हिदायत भी दी थी कि सेना के जवानों की फोटो का इस्तेमाल चुनाव प्रचार के लिए न किया जाए. साथ ही पेट्रोल पंपों, मेट्रो स्टेशन, मोहल्ला क्लिनिक, डीटीसी बसों और केंद्रीय सरकार समेत दिल्ली सरकार के अधीन भवनों पर लगे पोस्टरों को जल्द से जल्द हटाने का निर्देश दिया था.

चुनाव आयोग की ओर से लोकसभा चुनाव की तारीखों के ऐलान के साथ ही आचार संहिता लग गई है. आचार संहिता राजनीतिक पार्टियों और उम्मीदवारों के लिए चुनाव आयोग की ओर से कुछ निर्देश जारी किए जाते हैं और हर पार्टी और उम्मीदवारों को इनका पालन करना होता है. निर्देशों का पालन नहीं करने किए जाने की सूरत में उम्मीदवारों या पार्टियों पर चुनाव आयोग की ओर से कार्रवाई की जा सकती है. किसी भी चुनाव की तारीखों के ऐलान के साथ ही उस क्षेत्र में आचार संहिता लागू हो जाती है.

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देश में इस बार आम चुनाव सात चरणों में होंगे. पहले चरण की वोटिंग 11 अप्रैल को होगी और 19 मई को आखिरी चरण की वोटिंग होगी. 23 मई को चुनाव के नतीजे आएंगे. 16वीं लोकसभा का कार्यकाल 3 जून को खत्म हो रहा है.

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