बिहार में आई बाढ़ का असर रेल नेटवर्क पर भी पड़ा है. रेलवे ट्रैक के डूबने के कारण दिल्ली से बिहार जाने वाली कई ट्रेनों के रूट में बदलाव किए गए हैं. समस्तीपुर-दरभंगा रूट पर ट्रेनों की आवाजाही बंद हो गई है. जानकारी के मुताबिक समस्तीपुर रेल मंडल के हायाघाट स्टेशन के पास स्थित पूल संख्या 16 पर कोसी नदी का पानी आ गया है.
इसकी वजह से अभियंत्रण विभाग ने सुरक्षा के दृष्टिकोण से समस्तीपुर-दरभंगा रेलमार्ग पर अगले आदेश तक ट्रेनों का परिचालन बंद कर दिया गया है. पुल पर बाढ़ का पानी आ जाने की वजह से कई ट्रेनों के रूट को डायवर्ट भी किया गया है. इसमें बिहार संपर्क क्रांति समेत कई ट्रेनें शामिल हैं.
नदी के बाढ़ का पानी पुल के गाडर को छूने लगा है जिसके कारण रेल परिचालन बंद किए जाने से कुछ ट्रेनों के रूट को डायवर्ट कर दिया गया है. वहीं कुछ ट्रेनों का आंशिक समापन समस्तीपुर स्टेशन पर किया गया है. दरभंगा से नई दिल्ली जाने वाली ट्रेन संख्या 02565 बिहार सम्पर्क क्रांति, ट्रेन संख्या 04649 जयनगर से अमृतसर सरयू यमुना एक्सप्रेस, ट्रेन संख्या 01062 दरभंगा से लोकमान्य तिलक टर्मिनल पवन एक्सप्रेस को डायवर्ट कर दरभंगा से वाया सीतामढ़ी-मुजफ्फरपुर होकर चलाया जा रहा है.
इसी तरह नई दिल्ली से दरभंगा जाने वाली ट्रेन संख्या 02566 बिहार संपर्क क्रांति एक्सप्रेस समस्तीपुर आने के बदले मुजफ्फरपुर से डायवर्ट होकर वाया सीतामढ़ी दरभंगा जाएगी. रेलवे ने बताया कि 25 जुलाई से 02565/66 बिहार संपर्क क्रांति एक्सप्रेस ट्रेनें अगले आदेश तक वाया सीतामढ़ी मुजफ्फरपुर होकर चलेंगी. वहीं 01061/62 पवन एक्सप्रेस, 04673/74 शहीद एक्सप्रेस का परिचालन समस्तीपुर स्टेशन से होगा.
कौन-कौन सी ट्रेनें डायवर्ट?
> ट्रेन संख्या 02565 दरभंगा से नई दिल्ली जाने वाली बिहार सम्पर्क क्रांति
> ट्रेन संख्या 04673/04649 जयनगर से अमृतसर शहीद/सरयू यमुना एक्सप्रेस
> ट्रेन संख्या 01062 दरभंगा से लोकमान्य तिलक टर्मिनल तक जाने वाली पवन एक्सप्रेस
इन तीनों ट्रेनों को डायवर्ट करके दरभंगा से वाया सीतामढ़ी-मुजफ्फरपुर होकर चलाया जा रहा है. ये ट्रेनें अगले आदेश तक समस्तीपुर होकर नहीं गुजरेंगी. रेलवे ने कहा है कि जो यात्री अपनी यात्रा रद्द करना चाहते हैं वे टिकट रिफंड करा सकते हैं.
बता दें कि बाढ़ से बिहार के 10 जिलों में हाहाकार मचा हुआ है. करीब 8 नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं. वहीं, गंगा में बढ़ रहे जलस्तर ने भी परेशानी बढ़ा दी है. लाखों की संख्या में लोग बेघर हो गए हैं. बाढ़ के बीच लोगों के लिए जीवन बेहद कठिन हो गया है.
इधर, बिहार के गोपालगंज जिले में एक और पुल के बह जाने से छपरा, सीवान और गोपालगंज जिले के कई गांवों पर बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है. गंडक नदी पर बना बांध गोपालगंज और चंपारण दोनों तरफ टूट गया है. गंडक के दोनों किनारे पर पुल के बह जाने से गोपालगंज छपरा तथा पूर्वी चंपारण के सैकड़ों गांव प्रभावित होंगे.