कोरोना महामारी के संक्रमण से यात्रियों को बचाने के लिए इंडियन रेलवे (Indian Railways) सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम कर रहा है. इसी कड़ी में आगे बढ़ते हुए रेलवे ने अब स्टेशनों पर ऑटोमेटिक टिकट चेकिंग मशीन (Automated Ticket Checking) लगाने की शुरुआत कर दी है. नागपुर रेलवे स्टेशन पर रेलवे ने देश की पहली ऑटोमेटिक टिकट चेकिंग मशीन लगाई है. रेलवे के अधिकारियों के मुताबिक मशीन ना सिर्फ ऑटोमेटिक तरीके से टिकट चेकिंग का काम कर रही है, बल्कि यात्रियों के शरीर के तापमान की भी जांच हो रही है.
"कैप्टेन अर्जुन" एक आधुनिक रोबोट: जो आर्टिफीशियल इंटेलीजेंसी से लैस है, थर्मल स्क्रीनिंग, सेनिटाइजेशन जैसे कार्य करने के साथ- साथ ड्रोन कैमरा, वीडियो रिकॉर्डिंग भी कर सकता है।
यह रोबोट #Covid-19 से बचाने के लिए मध्य रेल के पुणे स्टेशन पर अपनी सेवाएं दे रहा है। pic.twitter.com/58hDngSVKq
— Ministry of Railways (@RailMinIndia) June 17, 2020
बता दें कि पुणे में रेलवे सुरक्षा बल (RPF) ने रोबोट कैप्टन अर्जुन की शुरुआत की है, जो रेलवे स्टेशन पर ट्रेनों से आने-जाने वाले यात्रियों की स्क्रीनिंग करने के साथ संभावित संक्रमण से यात्रियों को सुरक्षा प्रदान करेगा. रेलवे ने ट्वीट कर कहा कि "कैप्टेन अर्जुन" एक आधुनिक रोबोट: जो आर्टिफीशियल इंटेलीजेंसी से लैस है. थर्मल स्क्रीनिंग, सेनिटाइजेशन जैसे कार्य करने के साथ- साथ ड्रोन कैमरा, वीडियो रिकॉर्डिंग भी कर सकता है.
Railways introduces ‘Automated Ticketchecking & Managing Access’, an innovative ticket checking system in the times of COVID-19.
While maintaining minimum contact, the system checks:
🤒 Body Temperature
😷 Face Mask
🎫 Ticket
🎟 ID card of Passenger pic.twitter.com/9QRhP2wTq8
— Piyush Goyal Office (@PiyushGoyalOffc) June 9, 2020
यात्रियों की स्क्रीनिंग कर रहा रोबोट कैप्टन अर्जुन
रोबोट कैप्टन अर्जुन मोशन सेंसर, कैमरा से लैस है. इसमें एक इनबिल्ट सायरन, एक्सट्रा एक्टिविटी, स्पॉटलाइट एच -264 प्रोसेसर है. इसके अलावा रिकॉर्डिंग के लिए एक अलग स्टोरेज सिस्टम है. कैप्टन अर्जुन आने-जाने वाले यात्रियों की थर्मल स्क्रीनिंग करता है और तापमान को रिकॉर्ड करता है. इस दौरान यदि तापमान अधिक होने पर अलार्म बजने लगता है.
Adding another feather in the cap, Railways launched a robot ‘Captain Arjun', a device for enhancing safety of passengers.
Preventing COVID-19, device is equipped with advanced features like:
😷 Sensor-Based Sanitiser & Mask Dispenser
🧴 Floor Sanitiser
🤒 Thermal Screening pic.twitter.com/b0GLKFGG35
— Piyush Goyal (@PiyushGoyal) June 12, 2020
ये भी पढ़ें- यात्रियों को स्टेशन पर मिलेंगे सैनिटाइजर-मास्क, यहां लगी वेंडिंग मशीन
बता दें कि ऑटोमेटिक टिकट वेंडिंग मशीन से टिकट देने की शुरुआत काफी पहले से ही हो गई है. इस मशीन की सहायता से अभी जनरल टिकट काटे जा रहे हैं.
Thermal imaging camera combined with facial recognition technology, has been installed at the entry & exit points of Lucknow & Varanasi stn, the infrared sensor detects the body temperature from a distance, the entire passenger movement is being closely monitored by RPF personnel pic.twitter.com/Lvt3XOU4kM
— DRM/LKO/NR (@drmlko25) June 15, 2020
सैनिटाइजर-मास्क के लिए वेंडिंग मशीन
भारतीय रेलवे यात्रा के दौरान यात्रियों को सख्ती से सुरक्षा नियमों का पालन भी करा रहा है. कोरोना महामारी के चलते लोगों को संक्रमण के खतरे से बचाने के लिए रेलवे ने स्वचलित मशीनें लगाई हैं. इसी कड़ी में पटना जंक्शन पर यात्रियों की सुविधा के लिए रेलवे ने स्वचालित फेस मास्क (Automated Face Mask) और हैंड सैनिटाइजर डिस्पेंसर मशीन (Hand Sanitiser dispenser machine) लगाई है.
Automated Face Mask and Hand Sanitiser dispenser machine comissioned at Patna Station of Bihar to facilitate those passengers who forgot to carry their mask/sanitizer while coming to Railway Station. pic.twitter.com/wF9MdkRyAh
— Ministry of Railways (@RailMinIndia) June 8, 2020
कोरोना संक्रमण के प्रसार को रोकने के लिए पश्चिम रेलवे के रतलाम स्टेशन पर यात्रियों के सामान को सैनिटाइज करने हेतु स्टेशन के प्रवेश द्वार पर लगेज सैनिटाइजर मशीन लगाई गई है, जिससे निरंतर यात्रियों के सामान को सैनिटाइज किया जा रहा है. वहीं, गुवाहाटी रेलवे स्टेशन पर भी यात्रियों के हाथ धोने की सुविधा के लिए टच फ्री वॉश बेसिन लगाया गया है. रेलवे की यह पहल काफी उपयोगी साबित हो रही है.
Touch free wash basin installed at #Guwahati Railway Station
It is helping passengers wash their hands without touching the tap or soap dispenser. #IndiaFightsCorona pic.twitter.com/gh0LaDYLIH
— Ministry of Railways (@RailMinIndia) June 4, 2020