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Indian Railways ने रचा इतिहास, सोलर पावर से दौड़ेगी ट्रेन, दुनिया में ऐसा करने वाला पहला देश

Indian Railways Made Another History, Railways Sets Up Solar Power Plant To Run Trains: इंडियन रेलवे लगातार नया इतिहास रच रहा है. रेलवे ने अब सोलर पावर से ट्रेनों को दौड़ाने की तैयारी कर ली है. इसके लिए पूरा सेटअप तैयार कर लिया गया है. पूरे विश्व में इंडियन रेलवे ऐसा करने वाला पहला रेल नेटवर्क है.

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Indian Railways Made Another History, Sets Up Solar Power Plant To Run Trains (इंडियन रेलवे)
Indian Railways Made Another History, Sets Up Solar Power Plant To Run Trains (इंडियन रेलवे)

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  • 3 गीगावाट तक बढ़ेगी क्षमता
  • सालाना 1.37 करोड़ रुपये की बचत

इंडियन रेलवे के ट्रैक पर अब सोलर पावर की बिजली से ट्रेनें दौड़ेंगीं. भारतीय रेलवे ने इसके लिए तैयारी पूरी कर ली है. दरअसल, रेलवे ने अपने पायलट प्रोजेक्ट के तहत मध्य प्रदेश के बीना में सोलर पावर प्लांट को स्थापित किया है जिससे 1.7 मेगा वाट की बिजली का उत्पादन हो सकता है और इस बिजली से ट्रेनों को दौड़ाने की तैयारी है.

रेलवे का दावा है कि दुनिया के इतिहास में यह पहली बार है जब सौर ऊर्जा का इस्तेमाल ट्रेनों को चलाने के लिए किया जाएगा. इस पावर प्लांट की खास बात यह है कि यहां से 25 हजार वोल्ट की बिजली पैदा होगी जिसे डायरेक्ट रेलवे के ओवरहेड पर ट्रांसफर किया जाएगा और इसकी मदद से ट्रेनों को दौड़ाया जाएगा.

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BHEL ने की मदद

मध्य प्रदेश के बीना में रेलवे की खाली पड़ी जमीन पर बीएचईएल के सहयोग से 1.7 मेगावाट क्षमता वाले सोलर पॉवर प्लांट को तैयार किया गया है. पूरी दुनिया में ऐसा पावर प्लांट नहीं लगा है, जिससे ट्रेन को चलाया जा सके. दुनिया के अन्य रेलवे नेटवर्क, सौर ऊर्जा का उपयोग मुख्य रूप से स्टेशनों, आवासीय कॉलोनियों और दफ्तरों की बिजली की आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए करते हैं.

भारतीय रेलवे ने कुछ डिब्बों की छत पर सौर ऊर्जा पैनल भी लगाए हैं, जिनसे ट्रेन के डिब्बों में बिजली की आपूर्ति हो रही है. लेकिन अब तक, किसी भी रेलवे नेटवर्क ने ट्रेनों को चलाने के लिए सौर ऊर्जा का उपयोग नहीं किया है.

होगा 24.82 लाख यूनिट बिजली का उत्पादन

सोलर प्लांट डीसी बिजली उत्पन्न करेगा जो एक इनवर्टर के माध्यम से एसी में परिवर्तित होगा और एक ट्रांसफार्मर के माध्यम से 25KV एसी की ऊर्जा को ओवर हेड (ट्रेनों के ऊपर लगे बिजली के तार) तक पहुंचाएगा. इस सोलर प्लांट से सालाना 24.82 लाख यूनिट बिजली का उत्पादन होगा. रेलवे को इस प्लांट से सालाना बिजली बिल में 1.37 करोड़ रुपये की बचत की उम्मीद है.

3 गीगावाट तक बढ़ेगी क्षमता

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रेलवे अधिकारियों के मुताबिक कुल 3 गीगावाट की क्षमता वाला सोलर पावर प्लांट लगाने की योजना है. ये पावर प्लांट सीधे इंजनों तक पहुंचेंगे. इन्हें तैयार करने का काम 2-3 वर्षों में पूरा कर लिया जाएगा. इसके लिए पहले ही टेंडर्स आमंत्रित किए जा चुके हैं.

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बता दें कि इस परियोजना के लिए पिछले साल नवंबर में नींव रखी गई थी. फिलहाल बीना सोलर पावर प्लांट का व्यापक परीक्षण किया जा रहा है.

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