देश भर के रेलवे स्टेशनों पर घटिया बोतलबंद पानी की सप्लाई हो रही है जबकि रेलवे का उत्पाद रेल नीर वेंडर बेच नहीं रहे. इसका नतीजा है कि साढ़े छह लाख लीटर रेल नीर बनकर अंबरनाथ में तैयार है लेकिन उसे लेने वाला कोई नहीं है. यह खबर एक अंग्रेजी अखबार ने दी है.
रेलवे में बदलाव की तैयारी में सुरेश प्रभु
अखबार के मुताबिक रेलवे स्टेशनों पर स्टॉल लगाने वाले वेंडर और सप्लायर रेल नीर बेचना नहीं चाहते क्योंकि उसमें प्रॉफिट मार्जिन कम है. इसके विपरीत लोकल ब्रांड वाले बढ़िया मार्जिन देते हैं. अधिक मार्जिन के लालच में दुकानदार घटिया पानी भी सप्लाई कर रहे हैं.
कई ब्रांड तो ऐसे हैं जिनके बारे में कुछ नहीं कहा जा सकता कि उनका पानी साफ है भी या नहीं. पिछले साल अगस्त में आईआरसीटीसी ने अंबरनाथ में एक नया प्लांट लगाया था जहां बोतलबंद पानी तैयार होता है. इस पर 23 करोड़ रुपये खर्च आए थे. लेकिन इसकी क्षमता का जरा भी उपयोग नहीं हो रहा है. वेस्टर्न रेलवे और नॉर्दर्न रेलवे ने इसकी सप्लाई करने में कोई दिलचस्पी नहीं दिखाई.