भारतीय रेलवे 17 सितंबर से लेकर 24 सितंबर तक पूरे देश में एक स्वच्छता अभियान चलाने जा रही है. स्वच्छ रेल स्वच्छ भारत की थीम पर इस स्वच्छता सप्ताह के दौरान तमाम गतिविधियां करने का निर्देश रेल मंत्रालय ने जारी किए हैं. इस अभियान के दौरान सभी रेलवे स्टेशनों और रेलगाड़ियों में साफ-सफाई पर विशेष ध्यान दिया जाएगा.
इसके अलावा हर प्लेटफॉर्म पर पीने के पानी, डस्टबिन की व्यवस्था, नालों की साफ-सफाई पर खास नजर रखी जाएगी. इस सफाई सप्ताह में तमाम एनजीओ, स्वैच्छिक संस्थाओं और चैरिटेबल संस्थाओं की भागीदारी के साथ साथ रेलवे कर्मचारियों की हिस्सेदारी को सुनिश्चित किया जाएगा.
रेलवे बोर्ड ने सभी रेलवे जोनों के जनरल मैनेजरों को पत्र लिखकर इस स्वच्छता सप्ताह में सभी रेलवे कर्मचारियों और अफसरों को शामिल करने का निर्देश दिया है. इस पत्र के मुताबिक, प्रत्येक जनरल मैनेजर खुद सफाई अभियान की अगुवाई करेगा. ए1 और ए कैटेगरी के सभी रेलवे स्टेशनों पर उच्च अधिकारियों की ड्यूटी लगाने को कहा गया है ताकि सफाई अभियान जोर शोर से किया जा सके. इन सभी अफसरों को स्वच्छता अभियान के बारे में रिपोर्ट भी दाखिल करनी होगी. इन सभी रिपोर्टों को को रेलवे बोर्ड के पास भेजा जाएगा.
रेल कर्मचारियों को सिखाया जाएगा तरीका
रेल स्वच्छता सप्ताह के हर दिन को एक खास काम के लिए चिन्हित किया गया है. सप्ताह के पहले दिन यानी 17 सितंबर को स्वच्छ पर्यावरण के लिए समर्पित किया गया है. इस दिन पूरे देश में सभी रेलवे स्टेशनों पर सामान्य साफ-सफाई पर खास ध्यान दिया जाएगा. पर्यावरण से जुड़ी चीजों खास तौर पर पेड़-पौधों पर खास ध्यान दिया जाएगा. कूड़े को किस तरह से एकत्र किया जाए और कैसे इसको सही तरीके से पहुंचाया जाए, इस बारे में रेल कर्मचारियों को बताया जाएगा.
कैंपेन में इन बातों पर होगा फोकस
18 सितंबर को रेलवे ने स्वच्छ स्टेशन के लिए समर्पित किया है. इस दिन डोनेट द डस्टबिन की तरह की कैंपेन की जाएगी, जिससे सभी स्टेशनों को साफ-सुधरा रखा जा सके. 19 सितंबर को स्वच्छ रेलगाड़ी पर फोकस किया जाएगा. 20 सितंबर को स्वच्छ नीर को खास तवज्जो दी जाएगी. 21 सितंबर को स्वच्छ परिसर की थीम पर सफाई अभियान रखा जाएगा. 22 सितंबर को स्वच्छ सहयोग को समर्पित किया जाएगा. इस दिन लोगों को सिखाया जाएगा कि वो कैसे सफाई रखने में रेलवे की मदद कर सकते हैं. 23 सितंबर को फोकस होगा स्वच्छ संवाद. इस दिन लोगों से बातचीत करके इस बात का पता लगाया जाएगा कि साफ-सफाई में कमी क्यों रह जाती है. सफाई सप्ताह के अंतिम दिन यानी 24 सिंतबर का फोकस होगा स्वच्छ समर्पण यानी सफाई कैसे लोगों की आदत बने.