योग गुरु बाबा रामदेव ने फिर दोहराया कि वो चाहते हैं देश का पैसा देश में ही रहे. उन्होंने कहा कि इस मुहिम को अंजाम तक पहुंचाने के लिए वो संकल्प के साथ जुटे हैं.
आर्थिक आजादी की मांग
बाबा रामदेव ने 'आज तक' पर स्वतंत्रता दिवस से पूर्व आयोजित कार्यक्रम खुलकर अपनी बातें रखीं. बाबा चाहते हैं कि भारत विश्व में आर्थिक शक्ति बनकर उभरे. उन्होंने कहा कि आजादी से पहले तक ईस्ट इंडिया कंपनी ने देश को खूब लूटा. अब विदेशियों कंपनियां भारत में ही आकर लूट रही हैं.
लोगों के स्वेदशी अपनाने की अपील
बाबा रामदेव ने कहा, 'देश को आजाद हुए करीब 70 साल बीत चुका है, लेकिन इन 70 सालों में देश आर्थिक आजादी नहीं मिल पाई है'. रामदेव ने कहा कि स्वदेशी के जरिए देश को आर्थिक आजादी मिल सकती है और वो इस काम को अंजाम देने में जुटे हैं. कार्यक्रम में आए लोगों से बाबा रामदेव ने कहा कि जब भारतीय देशी ब्रांड को अहमियत देंगे यानी उसे अपनाएंगे, तभी देश को आर्थिक आजादी मिलेगी और देश का पैसा देश में ही रहेगा.
रामदेव ने दिए कपड़ा कारोबार शुरू करने के संकेत
बाबा ने कहा कि मेरी चाहत है कि डॉलर से ऊपर अपना रुपया हो, लेकिन इसके लिए सभी देशवासियों को स्वदेशी अपनाने का संकल्प लेना होगा. उन्होंने कहा कि स्वदेशी को जिस तरह लोग अपना रहे हैं उससे विदेशी कंपनियां घबरा गई हैं. बाबा की मानें तो पतंजलि के 100 फीसदी पैसा चैरिटी के लिए जाता है. साथ ही बाबा ने कपड़े का कारोबार शुरू करने के भी संकेत दिए.
गौरक्षा के नाम पर मारपीट गलत
पिछले दिनों दलितों के साथ पिटाई मामले पर बाबा रामदेव ने कहा कि गौरक्षा के नाम पर किसी के साथ ज्यादती नहीं होनी है. दलित की पिटाई की निंदा करते हुए रामदेव ने कहा कि ये आजाद मुल्क है और यहां सबको एक सामान अधिकार है. फिर गौरक्षा के नाम पर मानवता के साथ दुर्व्यवहार गलत है.