पीएम नरेन्द्र मोदी का अमेरिका दौरा कई मायनों में अद्बितीय है. अमेरिका ने कई वर्षों तक उन्हें वीजा देने पर पाबंदी लगा रखी थी और अब उनके पीएम बनने के बाद उन्हें यह सुविधा दी. वहां उनका शानदार स्वागत हुआ. फिर उनसे मिलने के लिए बड़ी तादाद में अमेरिकी राजनेता आ पहुंचे जो आश्चर्यजनक है.
अमेरिकी कांग्रेस के सदस्य आसानी से किसी भी विदेशी को भाव नहीं देते और अब न्यूयॉर्क के मैडिसन स्क्वॉयर में जो हुआ उसे सारी दुनिया ने अपनी आंखों से देखा. वह ऐतिहासिक जगह कई बड़ी घटनाओं और समारोहों का गवाह है. भारत के प्रधानमंत्री का वहां ऐसा सम्मान हुआ जैसा आज तक किसी भी राजनेता का नहीं हुआ. वहां रहने वाले भारतीयों ने जिस गर्मजोशी से उनका स्वागत किया और जिस जोशखरोश से उनकी बातें सुनीं, वह अभूतपूर्व है.
अमेरिका में रहने वाले ये भारतीय अपनी कड़ी मेहनत, लगन और निष्ठा से सफलता की बुलंदियों पर जा पहुंचे हैं. उनके पास पैसा है, शिक्षा है और अब राजनीतिक ताकत भी है. आज अमेरिका के दो गवर्नर, कई जज, कई सरकारी अधिकारी और सीईओ भारतीय मूल के हैं, इससे बढ़कर इस बात का क्या प्रमाण हो सकता है. इस समुदाय की ताकत कितनी है उसे दुनिया ने मैडिसन स्कवॉयर में देखा. 18,000 से भी ज्यादा भारतीय मूल के अमेरिकी लोगों ने वहां ऐसा समां बांधा कि अमेरिकी भी चकाचौंध रह गए.
इस शानदार शो ने बता दिया कि वहां के भारतीय अब पहले जैसे नहीं हैं. उन्हें एक पहचान की तलाश थी जो उन्हें पीएम मोदी के दौरे में दिखाने का मौका मिला. उन्होंने सारी दुनिया को दिखाया कि वहां के भारतीय अब कितने समर्थ हैं. आज उनके पास पैसा और प्रसिद्धि ही नहीं है, राजनीतिक ताकत भी है जिसके लिए वह कभी भी नहीं जाने जाते थे.
अमेरिकी सांसदों का एक बड़ा जत्था वहां पीएम मोदी को सुनने के लिए आया और उन्होंने उनकी बातों से सहमति जताई. प्रधानमंत्री ने अमेरिकी भारतीयों की ताकत को समझा और उनका उत्साह बढ़ाया. उन्होंने उनके लिए कई सुविधाओं का एलान भी किया ताकि वे अपने पुराने देश से अच्छी तरह से जुड़े रहें. उन्होंने उनकी भावनाओं को आसमान की बुलंदियों पर पहुंचा दिया. वे जानते हैं कि यह ऐसा समुदाय है जो भारत को आगे बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है. उनके भारत को बदल देने के वादे ने वहां रहने वाले लाखों भारतीयों का दिल जीत लिया.
पीएम मोदी के लिए यह दौरा जितना फायदेमंद रहा उससे कम वहां रहने वाले भारतीय मूल के लोगों के लिए नहीं था. उन्होंने जो नई पहचान बनाई है उसे उन्होंने शानदार तरीके से दुनिया के सामने पेश किया. उन्होंने जता दिया कि अमेरिका में रहने वाले भारतीय वहां रहने वाले अन्य देशों के लोगों के मुकाबले कहीं ज्यादा संगठित और समृद्ध हैं. उनकी ताकत कहीं ज्यादा है जो उन्होंने कड़ी मेहनत और लगन से पाई है. यह भारत के लिए शुभ समाचार है.
पीएम मोदी के इस दौरे से उनकी ताकत का पूरा पूरा प्रदर्शन हुआ. सारी दुनिया अब उनका लोहा मानेगी. एक बात और भी है कि इस शानदार शो ने पीएम मोदी का कद और बड़ा कर दिया है. वे जब भारत लौटेंगे तो उनका प्रभाव पहले से कहीं ज्यादा होगा.