चंद्रयान-1 से मून इंपैक्ट प्रोब शुक्रवार शाम 8.06 मिनट पर फेंक दिया गया और उसके 14 मिनट बाद यानि 8.20 पर इस प्रोब ने चांद पर भारतीय तिरंगा लहराया. इस खबर के आते ही इसरो में मौजूद सभी वैज्ञानिकों के चेहरे पर खुशी की लहर दौड़ गई. इसके साथ ही भारत चांद पर अपनी मौजूदगी दर्ज कराने वाला छठा देख बन गया है.
इसरो के अध्यक्ष जी माधवन नायर ने इस ऐतिहासिक मौके पर कहा कि हमने चंद्रमा की सतह पर तिरंगे को सफलतापूर्वक पहुंचा दिया है. हमने वैज्ञानिक उपकरण मून इंपैक्ट प्रोब (एमआईपी) को चंद्रमा के ध्रुवीय क्षेत्र में शाकेल्टन गढ्डे के पास ठीक उसी जगह के लिए छोड़ दिया है जहां इसे पहुंचाना था. यह क्षेत्र चारों ओर से पहाड से घिरा हुआ है. अब एमआईपी पर लगे कैमरे तस्वीरें ले रहे हैं. अंतरिक्ष यान चंद्रयान-1 इस समय चांद के पीछे है. दो घंटे बाद यह पृथ्वी की तरफ आ जाएगा और एमआईपी से खींची गई तस्वीरें यह पृथ्वी पर भेजने लगेगा.
इस ऐतिहासिक मौके पर पूर्व राष्ट्रपति अब्दुल कलाम ने कहा यह मेरे लिए अद्भुत अनुभव है और यह युवा पीढ़ी के लिए बड़ा प्रेरणा स्रोत है. अब वे चांद को छूने का सपना देख सकते हैं. कलाम ने इसरो के सभी वैज्ञानिकों, इंजीनियरों और तकनीशियनों को खास तौर पर बधाई दी.