युगांडा की महिला के दिल्ली में कथित रूप से मादक पदार्थों की तस्करी में लिप्त रहने के आरोपों के बीच केंद्रीय मादक पदार्थ रोधी एजेंसियों के अनुसार देश में मादक पदार्थों की तस्करी के आरोप में सबसे ज्यादा नेपाली नागरिक और उसके बाद नाइजीरियाई नागरिक गिरफ्तार किए गए हैं.
मादक पदार्थ और नशीले द्रव्य कानून (एनडीपीएस) के तहत साल 2012 में नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (एनसीबी) ने 72 नेपाली, 67 नाइजीरियाई, म्यांमार के 26 नागरिक मादक पदार्थो के अवैध व्यापार में गिरफ्तार किए गए. युगांडा के केवल दो और दक्षिण अफ्रीका के तीन नागरिक समान अवधि में देश में इस कानून के तहत गिरफ्तार किए गए हैं. केंद्रीय गृह मंत्रालय के तहत मादक पदार्थों के विरुद्ध काम करने वाली केंद्रीय एजेंसी एनसीबी के ताजा आंकड़ों में यह जानकारी दी गई.
आधिकारिक रिपोर्ट देश में अवैध मादक पदार्थों की तस्करी की प्रवृत्ति बताती है. इसमें मादक पदार्थों के परिवहन और वितरण नेटवर्क में अलग-अलग विदेशी नागरिक संलग्न हैं. रपट के अनुसार गिरफ्तार नाइजीरियाई लोगों में से अधिकांश हेरोइन और कोकीन की तस्करी में लिप्त थे जबकि इजरायल और नेपाली नागरिक हशीश के व्यवसाय में पकड़े गए.
समान अवधि में अन्य अफ्रीकी देशों के नागरिक, जो अवैध पदार्थों की तस्करी में गिरफ्तार किए गए, जिसमें तन्जानिया के 6, सूडान के 2, मोजाम्बिक का एक, लेसोथो के 3, केन्या का एक, जिम्बाब्वे के 3, केमरन के दो और घाना के 5 नागरिक शामिल हैं.