बिहार के उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने शनिवार को इंडिया टुडे SoS Bihar के कार्यक्रम में आजतक की एंकर अंजना ओम कश्यप के साथ बातचीत की. इस दौरान सुशील कुमार ने लालू प्रसाद यादव के बेटे और राज्य के पूर्व उप-मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव के नेता बनने पर कहा कि मैं तो ये कहूंगा कि उन्हें नीतीश कुमार ने नेता बनाया है.
सुशील कुमार ने कहा कि अगर गठबंधन (जेडीयू और आरजेडी का) नहीं टूटा होता तो तेजस्वी नेता नहीं बने होते. उन्होंने कहा कि आरजेडी जाति पर आधारित पार्टी है और इस पार्टी के समर्थक उस जाति से या परिवार से जुड़े हुए हैं. उन्होंने कहा कि तेज प्रताप होते या तेजस्वी होते या फिर मीसा भारती उनके समर्थकों को इससे कोई फर्क नहीं पड़ता. उनके समर्थक समुदाय का बड़ा हिस्सा एक परिवार के प्रति समर्पित है.
उन्होंने आगे कहा कि जब राबड़ी देवी भी मुख्यमंत्री थीं तो वह समुदाय उनके साथ था. इस समुदाय को इससे फर्क नहीं पड़ता कि सामने तेज प्रताप है कि तेजस्वी यादव है कि मीसा भारती है या रोहिणी आचार्य है. ये परिवार से जुड़ा बड़ा समूह है.
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इससे पहले सुशील कुमार मोदी ने लालू प्रसाद यादव के बारे में फिर से दावा किया कि लालू को मैं राबड़ी से बेहतर जानता हूं. अच्छी बात कहिए या बुरी बात कहिए कि लालू ने कभी सुधरने का नाम नहीं लिया. मैं लालू को 1969 से जानता हूं. लालू की तारीफ में सुशील ने कहा कि हम सामने पड़ने पर लालू के खिलाफ बोलते हैं, हमने उनके खिलाफ पीआईएल फाइल की, कई आंदोलन किए, उन्हें जेल भी हो गई, लेकिन हम जब भी मिलते हैं तो उनके चेहरे पर शिकन नहीं आती है.
इसके अलावा सीएम नीतीश कुमार के बारे में उन्होंने कहा कि नीतीश जी के साथ पहले भी अच्छे रिश्ते थे और अब बेहतर हो गए हैं. हम नीतीश को 70 के दशक से देख रहे हैं. जेपी आंदोलन में हम साथ ही थे, युवा आंदोलन में भी साथ ही थे. हम उन्हें 40 सालों से देख रहे हैं. बीच में चार साल जब अलग थे तब भी रिश्ते बने हुए थे. उन्होंने कहा कि नीतीश जी का काम ऐसा ही है कि विपक्ष में रहते हुए हम उनके खिलाफ माइक्रोस्कोप लेकर कमियां ढूंढते हैं. उन्होंने कहा कि लालू जी या उनका परिवार जब सत्ता में रहता है तो अपने आप मुद्दे दे देता है.