शीना बोरा हत्याकांड में मुख्य आरोपी इंद्राणी मुखर्जी ने मंगलवार को जेजे अस्पताल से छुट्टी मिलने के शीघ्र बाद पुलिस के पास अपना बयान दर्ज कराया. पिछले शुक्रवार को जिन परिस्थितियों में वह बेहोश हो गई थीं उस बारे में उन्होंने बयान दिया.
महाराष्ट्र के आईजी (जेल) बिपिन कुमार सिंह ने चिकित्सकों की मौजूदगी में इंद्राणी का बयान दर्ज किया. पुलिस ने लगभग तीन घंटे तक उनका बयान दर्ज किया. इंद्राणी ने साफ कहा कि उन्होंने आत्महत्या की कोशिश नहीं की. जानिए इंद्राणी ने अपने बयान में पुलिस को क्या-क्या बताया.
इंद्राणी ने पुलिस को क्या बताया
मैंने कोई गोली या दवा नहीं खाई.
मुझसे मिलने वाले किसी शख्स ने मुझे कोई चीज सप्लाई नहीं की.
मैंने मां के देहांत की खबर मिलने के बाद कुछ नहीं खाया था.
नर्सिंग स्टाफ के भी बयान दर्ज
पुलिस ने इस मामले में जेल में इंद्राणी के साथी कैदियों और नर्सिंग स्टाफ के बयान भी दर्ज किए. उनके साथी कैदियों ने बताया इंद्राणी का व्यवहार बिल्कुल सामान्य था. 11 सितंबर से 26 सितंबर के बीच उन्हें दवा देने वाली नर्सों ने बताया कि इंद्राणी ने गोलियां उनके सामने खाई थीं.
डॉक्टर ने लिखी थीं ये दवाएं
इंद्राणी बेचैनी महसूस कर रही थी और उनके लिए बायकुला जेल के नियमित डॉक्टरों ने दवा लिखी थी. डॉक्टरों ने उनके लिए Mirtzapine 7.5 एमजी और Etizolam 0.5 एमजी की एचएस डोज लिखी थी. इंद्राणी के बेहोश होने के बाद उनका इलाज करने वाले तीन डॉक्टरों के भी बयान दर्ज किए गए.