पूर्व बीजेपी अध्यक्ष नितिन गडकरी ने कांग्रेस और ‘आप’ को निशाना बनाते हुए आरोप लगाया कि दोनों दलों के बीच ‘बीजेपी को किसी भी कीमत पर सत्ता में आने से रोकने’ की सौदेबाजी हुई है. उधर वरिष्ठ नेता अरुण जेटली ने कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी के आदर्श घोटाला मामले में बयान को काल्पनिक बताते हुए उनके असंतोष को बनावटी बताया.
शनिवार को दिल्ली सरकार का गठन करने वाली ‘आप’ को गडकरी ने ‘दाएं बाजू की माओवादी पार्टी’ बताते हुए आरोप लगाया कि वह लोकतांत्रिक व्यवस्था को ध्वस्त करना चाहती है. बीजेपी कार्यकर्ताओं की दिल्ली में आयोजित बैठक में गडकरी ने दावा किया कि उन्हें एक प्रतिष्ठित उद्योगपति ने बताया कि दिल्ली के एक होटल में दोनों पार्टियों (कांग्रेस और ‘आप’) के बीच सौदा हुआ.
इस बारे में उन्होंने कहा, ‘देश के बड़े उद्योगपतियों में से एक ने अरविंद केजरीवाल और कुछ कांग्रेस नेताओं के बीच दिल्ली के एक बड़े होटल में सौदा किया. मुझे व्यक्तिगत तौर पर बताया गया कि उस होटल में क्या बात हुई और उन व्यक्तियों ने क्या खाया.’ उनके अनुसार, ‘मध्यस्थ के रूप में काम कर रहे व्यक्ति ने मुझे बताया कि नीति यह बनाई गई कि बीजेपी को किसी भी कीमत पर (सरकार बनाने से) रोका जाए.’
कांग्रेस पर प्रहार करते हुए बीजेपी के पूर्व अध्यक्ष ने कहा कि आगामी लोकसभा चुनाव में सोनिया गांधी की अध्यक्षता वाली इस पार्टी ने अब केन्द्र में सरकार बनाने का सपना छोड़ दिया है, क्योंकि उसे मालूम हो गया है कि उसका खेल खत्म हो चुका है. ऐसे में कांग्रेस ने बीजेपी को किसी भी कीमत पर रोकने की रणनीति बनाई.
भ्रष्टाचार विरोधी अभियान के सहारे दिल्ली की सरकार बनाने वाले अरविंद केजरीवाल के मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के कुछ ही पहले गडकरी ने ‘आप’ नेता और कांग्रेस के बीच सौदा होने का आरोप लगाया है.
उधर आदर्श मामले पर राहुल गांधी के बयान को ‘काल्पनिक’ बताते हुए बीजेपी नेता अरुण जेटली ने शनिवार को कहा कि कांग्रेस उपाध्यक्ष की ओर से दर्शाया गया गुस्सा स्वाभाविक नहीं होकर ‘बनावटी असंतोष’ है और सवाल किया कि 2जी, कोयला और कॉमनवेल्थ घोटालों में यह तेवर सामने क्यों नहीं आए.
जेटली ने कहा कि भ्रष्टाचार के विरुद्ध धर्मयुद्ध सतत होना चाहिए ना कि ‘छिटपुट’ प्रतिक्रिया देनी चाहिए, जैसा कि राहुल मीडिया के सामने घोटालों के बारे में कभी कभार बोल देते हैं.
राहुल पर प्रहार करते हुए राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष ने कहा, ‘मीडिया के सामने नाटकीय ढंग से छिट-पुट प्रतिक्रिया देना केवल अपने को यह दर्शाने का प्रयास है कि आप अलग हैं जबकि आप अब भी उसी नाबदान का हिस्सा हैं.’ जेटली ने कांग्रेस उपाध्यक्ष को आड़े हाथ लेते हुए उनसे सवाल किया कि भ्रष्टाचार के दोषी ठहराए गए लालू प्रसाद यादव से उनकी पार्टी के एकजुट होने पर उन्होंने यह गुस्सा क्यों नहीं दिखाया. उन्होंने कहा कि इसी तरह 2जी स्पेक्ट्रम, कोयला ब्लाक आवंटन या कॉमनवेल्थ खेल जैसे एक के बाद एक घोटाले होते रहे लेकिन इन सब पर चुप्पी साधे रहे.