मौद्रिक नीति की समीक्षा से पहले रिजर्व बैंक ने कहा है कि मुद्रास्फीति एक बड़ी चिंता है और इसे नियंत्रण में रखने के लिए सभी तरह के कदम उठाए जाने की जरूरत है.
रिजर्व बैंक की मासिक बुलेटिन में आरबीआई के डिप्टी गवर्नर सुबीर गोकर्ण ने कहा, ‘अर्थव्यवस्था में आपूर्ति एवं मांग दोनों ही ओर से मुद्रास्फीति का मौजूदा रुख चिंता की एक बड़ी वजह है.’ ‘ इस पर अंकुश लगाने के लिए सरकार और केन्द्रीय बैंक के लिए सभी उपाय करना आवश्यक है.’ सरकार ने आज थोक मूल्य सूचकांक आधारित मुद्रास्फीति की नयी सीरीज जारी की जिसमें अगस्त के दौरान मुद्रास्फीति की दर 8.5 प्रतिशत रही. नयी सीरीज के मुताबिक, अगस्त में मुद्रास्फीति जुलाई के 9.8 प्रतिशत के मुकाबले 1.3 प्रतिशत घटी है.
रिजर्व बैंक ने मार्च, 2011 तक मुद्रास्फीति के घटकर छह प्रतिशत पर आने का अनुमान जताया है.