वित्त मंत्री प्रणव मुखर्जी ने मुद्रास्फीति की दर में ताजा वृद्धि को पेट्रोलियम कीमतों में वृद्धि का परिणाम बताते हुए बुधवार को कहा कि कहा कि खरीफ सत्र के बाद साल के अंत तक महंगाई की दर 5 से 6 प्रतिशत के स्तर पर आ जाएगी.
मुखर्जी ने कहा, ‘मुद्रास्फीति अभी 10.55 प्रतिशत पर है. खरीफ सत्र के बाद यह नीचे आने लगेगी.’ उन्होंने कहा कि ईंधन की कीमतों में हुई बढ़ोतरी की वजह से जून में मुद्रास्फीति में वृद्धि का पहले से ही अनुमान लगाया जा रहा था. वित्त मंत्री पहले ही कह चुके हैं कि ईंधन कीमतों में वृद्धि का थोक मूल्य सूचकांक आधारित मुद्रास्फीति की दर पर एक प्रतिशत अंक से कम का असर पड़ेगा.
वित्त मंत्री खाड़ी के देश ओमान के साथ मिल कर एक निवेश कोष बनाने के समझौते के मौके पर मुखर्जी ने संवाददाताओं से कहा, ‘मेरा मानना है कि 2010 के अंत तक मुद्रास्फीति की सालाना दर 5 से 6 प्रतिशत होगी.’ सरकार ने 25 जून को पेट्रोल, डीजल, एलपीजी और केरोसिन के दाम बढ़ाए थे, जिससे मुद्रास्फीति की दर में वृद्धि हुई है.