केंद्रीय सूचना प्रसारण मंत्री अरुण जेटली ने कहा कि पिछले दो दशक से मीडिया में बदलाव आया है. कैमरे ने न्यूज की परिभाषा बदल दी है. आज किसी सरकार के लिए सेंसरशिप लगाना नामुमकिन है.
जेटली ने कहा कि मीडिया के स्वभाव में बदलाव आया है. मीडिया अब पहले की तुलना में ज्यादा मजबूत हुई है. पत्रिकाओं के सामने सबसे ज्यादा चुनौती है. डिजिटल माध्यम में मीडिया के स्वरूप को बदल दिया है. बैड न्यूज से लगाव की वजह से अपराध और भ्रष्टाचार की खबरों पर जोर दिया जा रहा है. जेटली ने कहा कि भारत में मीडिया की आजादी अभिव्यक्ति की आजादी से जुड़ी हुई है. जेटली ने जेएस वर्मा मेमोरियल लेक्चर के दौरान मीडिया की आजादी पर बात करते हुए ये बातें कहीं.
मीडिया की ताकत का जिक्र करते हुए जेटली ने कहा कि प्रेस की पहुंच हर घर तक है. पहले मीडिया की ओर से कुछ गलत कहा जाता था तो हमें निराशा होती थी लेकिन अब चिंता करने वाली कोई बात नहीं है. जेटली ने एस वर्मा को मीडिया की आजादी का बड़ा पक्षधर बताया.