scorecardresearch
 

मुंबईः फेसबुक मामले में शुरू हुई जांच

शिवसेना प्रमुख बाल ठाकरे के अंतिम संस्कार के मौके पर मुंबई के बंद होने के बारे में फेसबुक पर सवाल खड़े करने वाली दो लड़कियों की गिरफ्तारी की पुलिस जांच मंगलवार को शुरू हो गई.

Advertisement
X

शिवसेना प्रमुख बाल ठाकरे के अंतिम संस्कार के मौके पर मुंबई के बंद होने के बारे में फेसबुक पर सवाल खड़े करने वाली दो लड़कियों की गिरफ्तारी की पुलिस जांच मंगलवार को शुरू हो गई.

Advertisement

ठाणे जिला में इनमें से एक लड़की के चाचा की क्लिनिक में कथित तौर पर तोड़ फोड़ करने के लेकर पार्टी के 10 संदिग्ध कार्यकर्ताओं गिरफ्तार किया गया है. पुलिस महानिरीक्षक (कोंकण रेंज) सुखविंदर सिंह के नेतृत्व में जांच शुरू हो गई.

पुलिस अधिकारियों ने मंगलवार को पालघर स्थित स्थानीय पुलिस थाना का दौरा किया. पुलिस ने बताया कि थाने के अधिकारियों से संक्षिप्त बातचीत करने के बाद सिंह ने एफआईआर की प्रति और पुलिस डायरी का ब्योरा मांगा है.

गौरतलब है कि फेसबुक पर इस बारे में टिप्पणी करने के चलते दो लड़कियों को गिरफ्तार कर लिए जाने पर लोगों की नाराजगी के मद्देनजर महाराष्ट्र सरकार ने जांच के आदेश दिये थे.

पुलिस ने बताया कि मुंबई बंद का विरोध करने को लेकर शाहीन धादा (21) और रेणु श्रीनिवासन (21) को सोमवार की सुबह गिरफ्तार कर लिया गया था लेकिन निजी मुचलका जमा करने पर उन्हें जमानत दे दी गई थी.

Advertisement

शाहीन की टिप्पणी पर विरोध प्रदर्शन करते हुए शिव सेना के कार्यकर्ताओं ने उसके चाचा अब्दुल की क्लिनिक में तोड़फोड़ की. शाहीन ने कथित तौर पर लिखा था कि ठाकरे की अंत्येष्टि को लेकर किसी को बंद में शामिल नहीं होना चाहिए.

‘हमें भगत सिंह और सुखदेव को याद करना चाहिए.’ इस टिप्पणी को ‘लाइक’ (पसंद करने) के चलते उसकी दोस्त रेणु को भी गिरफ्तार कर लिया गया था. पालघर पुलिस ने पार्टी के 10 संदिग्ध कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार कर लिया और उन्हें एक स्थानीय अदालत में पेश किया.

हालांकि, इनमें से प्रत्येक को 7500 रूपये के निजी मुचलके पर जमानत मिल गई. पालघर पुलिस थाना में वरिष्ठ निरीक्षक श्रीकांत पिंगले ने बताया, ‘हिंसा के मामले में 30 से 40 अज्ञात लोग अभी भी वांछित हैं. हम जल्द ही उन्हें गिरफ्तार कर लेंगे.’

 

Advertisement
Advertisement