scorecardresearch
 

अफजल गुरु की फांसी को मुद्दा बनाकर भारत के खिलाफ षड्यंत्र रच रहा है जैश-ए-मोहम्मद

जैश-ए-मोहम्मद संसद हमले के मास्टरमाइंड अफजल गुरु की फांसी का इस्तेमाल करके भारत के खिलाफ आतंकी हमलों को अंजाम देने का काम कर रहा है.

Advertisement
X
संसद हमले के मास्टरमाइंड अफजल गुरु
संसद हमले के मास्टरमाइंड अफजल गुरु

Advertisement

भारतीय खुफिया सूत्रों का कहना है कि संसद हमले के मास्टरमाइंड अफजल गुरु की फांसी को मुद्दा बनाकर पाकिस्तानी आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद एक बार फिर अपनी पैठ बना रहा है. यह संगठन गुरु की फांसी का इस्तेमाल करके भारत के खिलाफ आतंकी हमलों को अंजाम देने का काम कर रहा है.

ताजा खुफिया जानकारी के अनुसार जैश का सरगना मौलाना मसूद अजहर गुरु की फांसी का बदला लेने का हवाला देकर भारत के खिलाफ जहर उगल रहा है. गुरु को दिल्ली की तिहाड़ जेल में फरवरी 2013 में फांसी दी गई थी. इसके बाद जैश-ए-मोहम्मद ने फिदायीन हमलावरों की एक टीम को अफजल गुरु स्क्वॉयड बना डाला. इस टीम का एकमात्र मकसद गुरु की मौत का बदला लेना है. इसी के चलते भारत में सीमापार से आतंकियों की घुसपैठ और सुरक्षा सेनाओं पर हमलों की शुरुआत हो गई है.

Advertisement

वर्ष 2000 में बना था जैश-ए-मोहम्मद
कश्मीर के अलगाववाद का समर्थन करने वाले संगठन जैश-ए-मोहम्मद की जड़ें पाकिस्तानी पंजाब प्रांत के भवलपुर में फैली हैं. वर्ष 2000 में हरकत-उल-मुजाहिदीन से अलग होकर इस संगठन का निर्माण हुआ. हरकत से अलग होकर ज्यादातर लोग मसूद अजहर से जुड़ गए.

गुरु स्क्वॉयड के थे पठानकोट हमले के दोषी
माना जा रहा है कि पठानकोट पर हमला करने वाले आतंकी भी अफजल गुरु स्क्वॉयड के ही सदस्य थे. सूत्रों का कहना है कि आतंकियों ने जिन पाकिस्तानी नंबरों पर फोन किया था वो जैश के ही नेताओं के थे. ये कॉल टैक्सी ड्राइवर इकागर सिंह के फोन से लगाए गए थे, जिसे आतंकियों ने बाद में मार दिया था. इन्हीं आतंकियों ने पठानकोट एयरबेस पर हमले को अंजाम दिया था.

विमान हाइजैक करके करवाई गई थी अजहर की रिहाई
सुरक्षा एजेंसियों का मानना है कि न सिर्फ अजहर बल्कि उसका भाई अब्दुल रऊफ असगर भी पठानकोट हमले का मास्टरमाइंड था. IC-814 विमान को हाइजैक करने का मास्टरमाइंड भी उसका भाई ही था. काठमांडू से हाइजैक कर कंधार ले जाई गई इंडियन एयरलाइंस की फ्लाइट के बदले अजहर और दो अन्य आतंकियों मुश्ताक अहमद जरगर और अहमद उमर सईद शेख को भारत ने छोड़ दिया था. भारतीय खुफिया सूत्रों के मुताबिक पिछले कुछ वर्षों में विश्व भर में लश्कर-ए-तैयबा का विरोध तेज होने के बाद ही जैश-ए-मोहम्मद ने फिर से सिर उठाया.

Advertisement
Advertisement