देश के सबसे बड़े बैंक कर्ज घोटाले के मुख्य आरोपी और भगोड़े हीरा कारोबारी नीरव मोदी की बहन पूर्वी मोदी के खिलाफ रेड कॉर्नर नोटिस जारी हुआ है. नोटिस इंटरपोल के लियोन ऑफिस ने पीएनबी घोटाले के संदर्भ में जारी किया है.
नोटिस के मुताबिक पूर्वी मोदी पर मनी लॉन्ड्रिंग के आरोप लगाए गए हैं. नीरव मोदी और उसके भाई नीशाल मोदी के बाद इस परिवार की पूर्वी तीसरी सदस्य है जिसके खिलाफ इंटरपोल रेड कॉर्नर नोटिस जारी किया गया है. प्रवर्तन निदेशालय के आग्रह पर पूर्वी मोदी के खिलाफ रेड कॉर्नर नोटिस जारी किया गया. मुंबई में जन्मी पूर्वी के पास बेल्जियन नागरिकता है.
अवैध पैसे को हैंडल करने में पूर्वी का अहम रोल
भारत और अमेरिका में घोटाले से जुड़े तमाम पहलुओं को खंगालने में लगे जांचकर्ताओं के मुताबिक नीरव मोदी के अधिकतर अवैध पैसे को हैंडल करने में पूर्वी की अहम भूमिका थी.
जांच से सामने आया है कि नीरव मोदी ने दो ट्रस्ट और कई शेल कंपनियां बनाई हुई थीं. इन्हीं के जरिए वो पैसे को निजी निवेश और शेडो संस्थाओं में खपा कर मनी लॉन्ड्रिंग करता रहा. नीरव मोदी का सबसे ज्यादा भरोसा अपनी बहन पूर्वी मोदी पर था इसीलिए सारे अवैध पैसे का ट्रांजेक्शन इन शेडो संस्थाओं के जरिए देखने की जिम्मेदारी उसने बहन पर ही छोड़ रखी थी.
Interpol has issued a red corner notice against Purvi Deepak Modi, the sister of absconding diamantaire Nirav Modi. The billionaire jeweller is wanted in India in the multi-crore rupees Punjab National Bank (PNB) scam
Read @ANI story | https://t.co/4PksZcALqu pic.twitter.com/cr1Vg0MtGl
— ANI Digital (@ani_digital) September 10, 2018
नीरव मोदी हॉन्गकॉन्ग स्थित होल्डिंग कंपनी फायरस्टार होल्डिंग्स लिमिटेड (FHL) का इस्तेमाल भारत से बाहर निवेश में करता था. अमेरिकी जांचकर्ताओं के मुताबिक असल में पूर्वी मोदी ही नीरव मोदी के हॉन्गकॉन्ग स्थित सारे ऑपरेशन्स की सर्वेसर्वा थी. वहीं से यूरोप और अमेरिका में स्थित नीरव मोदी की कंपनियों पर भी नजर रखी जा रही थी.
जांचकर्ताओं ने पता लगाया कि पूर्वी मोदी पैसे की धुलाई के लिए ब्रिटिश वर्जिन आइलैंड से बाहर की कंपनियों को भी ऑपरेट कर रही थी. इन कंपनियों के नाम हैं-
1 पैवेलियन पॉइन्ट कॉरपोरेशन (BVI)
2 लिंक हाई इंटरनेशनल (BVI)
हॉन्गकॉन्ग स्थित शेल कंपनी फाइन क्लासिक FZE की कर्ताधर्ता भी पूर्वी ही थी. इन कंपनियों का इस्तेमाल कथित तौर पर पैसे को भारत से और भारत के अंदर भी, हॉन्गकॉन्ग और अमेरिका के बीच रूट करने के लिए होता था.
अमेरिकी जांचकर्ताओं का कहना है, नीरव मोदी बेली, बैंक्स और बिडल रिटेल (BBB) और ट्विन फील्ड्स इंवेस्टमेंट्स लिमिटेड का इस्तेमाल पंजाब नेशनल बैंक से फर्जी तरीके से लिए गए लोन के पैसे की धुलाई के लिए करता था. वहीं पूर्वी मोदी की संचालित फाइन क्लासिक और लिंक हाई इंटरनेशनल शेडो संस्थाएं थीं जो अमेरिका स्थित कंपनियों में मुख्य निवेशकर्ता थीं.
ट्रस्टों के जरिए प्रॉपर्टी में निवेश
प्रवर्तन निदेशालय की ओर से दाखिल शिकायत के मुताबिक पूर्वी मोदी ही दो ट्रस्टों को वजूद में लाने वाली शख्स थी. जिन्होंने कथित तौर पर भारत से नीरव मोदी के लिए पैसा रूट करने का काम किया. इन ट्रस्टों के नाम थे- नीरव मोदी फैमिली ट्रस्ट और इथाका ट्रस्ट.
इन ट्रस्टों के लाभार्थी नीरव मोदी, उसकी पत्नी और बच्चे थे. न्यूयॉर्क में बैंकरप्सी कोर्ट के सामने पेश किए दस्तावेज के मुताबिक नीरव मोदी ने इथाका ट्रस्ट का इस्तेमाल न्यूयॉर्क में कम से कम दो संपत्तियों को खरीदने में किया. ये संपत्तियां नीरव मोदी के भारत छोड़ने के एक महीने के अंदर ही खरीदी गईं. अमेरिकी जांचकर्ता जॉन कार्ने ने अपनी रिपोर्ट में लिखा है कि शेडो संस्थाओं का पैसा इन संपत्तियों को खरीदने के लिए इस्तेमाल किया गया. ये संपत्तियां नीरव मोदी और उनके परिवार के अमेरिका में रहने के लिए खरीदी गईं.
न्यूयॉर्क स्थित ‘द एसेक्स हाउस- 160 सेंट्रल पार्क साउथ’ प्रॉपर्टी
160, सेंट्रल पार्क साउथ स्थित एसेक्स हाउस में एक अपार्टमेंट का इस्तेमाल नीरव मोदी न्यूयॉर्क में अपनी रिहाइश के लिए करता था. कागज पर ये संपत्ति नीरव मोदी की कंपनी की ओर से 2007 में 4,995,000 डॉलर में खरीदी गई थी. जनवरी 2018 में इसे इथाका ट्रस्ट के नाम ट्रांसफर कर दिया गया. ट्रस्ट ने संपत्ति 60 लाख डॉलर में खरीदने पर सहमति जताई. पूर्वी ने बैंक ऑफ सिंगापुर के अपने खाते से इस रकम का भुगतान किया.
न्यूयॉर्क स्थित 50 सेंट्रल पार्क साउथ प्रॉपर्टी
29 दिसंबर 2017 को न्यूयॉर्क स्थित 50, सेंट्रल पार्क साउथ अपार्टमेंट को ढाई करोड़ डॉलर में खरीदा गया. इसका कैश भुगतान सेंट्रल पार्क साउथ 50 प्रॉपर्टीज एलएलसी की ओर से किया गया. इस संस्था का मालिकाना हक इथाका ट्रस्ट के पास था. बिक्री के कॉन्ट्रेक्ट पर पूर्वी मोदी, नीरव मोदी ने हस्ताक्षर किए. नीरव मोदी की डिजाइनर राउल एशेवर्ज ने अमेरिकी जांचकर्ताओं को बताया, अपार्टमेंट को खरीदना नीरव मोदी का फैसला था और ये उसके निजी इस्तेमाल के लिए ही था.
मुंबई में भगोड़ा आर्थिक अपराध एक्ट के तहत विशेष अदालत ने नीरव मोदी के भाई नीशाल और बहन पूर्वी को 25 सितंबर को सुबह 11 बजे कोर्ट में उपस्थित रहने के लिए नोटिस भेजा गया है. इस बीच भारत ने नीरव मोदी के प्रत्यर्पण के लिए ब्रिटेन में अधिकारियों के समक्ष सभी जरूरी दस्तावेज जमा करा दिए हैं. एक वरिष्ठ अधिकारी ने इंडिया टुडे को बताया, “ब्रिटिश अधिकारियों का कहना है कि वो इस पर गौर कर रहे हैं. प्रत्यर्पण और प्रोविजनल गिरफ्तारी जटिल प्रक्रियाएं होती हैं और इसमें कुछ समय लगेगा.”
नीरव मोदी पर पंजाब नेशनल बैंक को फर्जीवाड़े के जरिए 13,000 करोड़ रुपए की चोट पहुंचाने का आरोप है.